बिहार-मधेपुरा में कुख्यात प्रमोद यादव पुलिस मुठभेड़ में ढेर, राज्य में दहशत फैलाना चाहता था तीन लाख का इनामी अपराधी
कटिहार/मधेपुरा.
बिहार STF और मधेपुरा पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में तीन लाख रुपये का इनामी कुख्यात वांछित अपराधी प्रमोद यादव, पिता दिवंगत जयनारायण यादव पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। मधेपुरा जिले के बिहारीगंज थाना क्षेत्र के हथिऔंधा सिन्दुरिया टोला निवासी प्रमोद यादव का काफी लंबा आपराधिक इतिहास रहा है। उस पर पूर्णिया, कटिहार, मधेपुरा और कटिहार रेल जिले के विभिन्न थानों में 20 से भी अधिक मामले दर्ज हैं।
उनमें हत्या, डकैती, रंगदारी, लूट, आर्म्स एक्ट और पुलिस पर हमला जैसे कई गंभीर अपराध शामिल हैं। साथ ही रांची के कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू से उसका सीधा संबंध था और उसके गुर्गों को वह पनाह देता था।
छापामारी के दौरान पुलिस टीम पर की थी फायरिंग
बिहार पुलिस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर कुख्यात अपराधी प्रमोद यादव की गिरफ्तारी को लेकर STF की टीम मधेपुरा पुलिस के साथ संयुक्त रूप से छापामारी करने पहुंची थी। पुलिस को देखकर प्रमोद यादव और उसके गैंग ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में गिरोह का सरगना प्रमोद यादव मारा गया। घटनास्थल से कारबाइन, दो पिस्तौल और कई राउंड जिंदा कारतूस बरामद हुए। घटनास्थल पर वरीय पुलिस पदाधिकारी और FSL की टीम पहुंच चुकी है और मामले की गहनता से जांच की जा रही है।
खुद पुलिस बनकर भी देता था घटना को अंजाम
वर्ष 2020 के जनवरी माह में हथियार से लैस प्रमोद यादव गैंग ने पूर्णिया जिले के धमदाहा थाना क्षेत्र में पुलिस टीम पर जानलेवा हमला किया था। उसी वर्ष जून माह में जमीन पर अवैध कब्जा करने को लेकर वह पुलिस बनकर आया और अपने गांव हथिऔंधा के ही इन्द्रदेव की गोली मारकर हत्या कर दी थी। वहीं, वर्ष 2021 में उसने अपने साथियों के साथ मिलकर पूर्णिया जिले के बड़हारा थाना क्षेत्र के मोजमपट्टी गांव के अरुण कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी थी, जो अपनी पत्नी के हत्याकांड के मुख्य गवाह थे।