हरभजन सिंह ने टी20 वर्ल्ड कप 2024 के लिए टीम इंडिया की अपनी पसंदीदी प्लेइंग इलेवन का चयन किया
नई दिल्ली
पूर्व भारतीय ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने टी20 वर्ल्ड कप 2024 के लिए टीम इंडिया की अपनी पसंदीदी प्लेइंग इलेवन का चयन किया है। भज्जी ने विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर नंबर पांच के लिए ऋषभ पंत को नहीं, बल्कि संजू सैमसन को चुना है। टीम इंडिया को अपना पहला मुकाबला 5 जून को आयरलैंड के खिलाफ खेलना है और आज यानी एक जून को टीम इंडिया अपना एकमात्र वॉर्मअप मैच बांग्लादेश के खिलाफ खेलने उतरेगी।
स्टार स्पोर्ट्स के शो गेम प्लान में हरभजन सिंह ने बताया कि मौजूदा फॉर्म को देखते हुए किन-किन खिलाड़ियों को प्लेइंग इलेवन में शामिल करना चाहिए। उन्होंने कहा, "मेरे हिसाब से रोहित शर्मा ओपनिंग करेंगे और उनके साथ यशस्वी जायसवाल भी होंगे। विराट कोहली तीसरे नंबर पर खेलेंगे और फिर सूर्यकुमार यादव हैं। फिर मैं कहूंगा कि आपको संजू सैमसन को खिलाना चाहिए, क्योंकि वह बहुत अच्छी फॉर्म में हैं।" 2007 T20 World Cup विनर ने कुलदीप यादव से पहले युजवेंद्र चहल को रखा है, क्योंकि वे कलाई के स्पिनर हैं। इस बारे में हरभजन ने कहा, "हार्दिक पांड्या नंबर 6 पर। फिर आप नंबर 7 पर (रविंद्र) जडेजा को खिलाइए। वह एक ऑलराउंडर हैं। मेरी राय में युजवेंद्र चहल को खेलना चाहिए और फिर तीन तेज गेंदबाजों – अर्शदीप सिंह, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज को।" कुलदीप यादव और ऋषभ पंत के अलावा शिवम दुबे और अक्षर पटेल को भी उन्होंने टीम से बाहर रखा है।
हरभजन सिंह का मानना है कि अगर परिस्थितियां स्पिन के अनुकूल नहीं हैं तो भारत एक स्पिनर की जगह शिवम दुबे को शामिल कर सकता है। उन्होंने इस बारे में कहा, "मुझे लगता है कि बदलाव की ज्यादा गुंजाइश नहीं है। अगर आप एक स्पिनर को बाहर रखना चाहते हैं और शिवम दुबे को लाना चाहते हैं तो यह परिस्थितियों पर निर्भर करेगा। अगर परिस्थितियां स्पिन के अनुकूल हैं तो आपको दो स्पिनर चाहिए होंगे – एक कलाई का स्पिनर और रविंद्र जडेजा।"
भज्जी ने ये भी बताया है कि कुलदीप यादव को किस परिस्थिति में मौका मिलना चाहिए। उन्होंने कहा, "अगर गेंद बहुत ज्यादा घूम रही है, तो आपको कुलदीप यादव को भी शामिल करना चाहिए। आप एक तेज गेंदबाज को कम कर सकते हैं। तब हार्दिक पांड्या को गेंदबाजी करनी होगी। आपको उसे बताना होगा कि उसे दो या तीन ओवर करने हैं। यह पहला ओवर हो सकता है या बीच के ओवरों में जब फील्ड फैली हुई हो ताकि उसे पहले आत्मविश्वास मिले।"