विश्व की 5वीं सबसे बड़ी इकोनॉमी बनना मामूली उपलब्धि नहीं-निर्मला सीतारमण
नई दिल्ली
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitaraman) ने यहां कहा कि एक दशक में भारत का दुनिया की 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से 5वीं सबसे बड़ी इकोनॉमी बनना कोई ”सामान्य उपलब्धि” नहीं है और देश के लोगों को इसका श्रेय लेना चाहिए.
ब्रिटेन से आगे निकला भारत
आईएमएफ के अनुमानों के अनुसार ब्रिटेन को पीछे छोड़कर भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकोनॉमी बन गया है. अब केवल अमेरिका, चीन, जापान और जर्मनी ही भारत से आगे हैं. एक दशक पहले, भारत बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में 11वें स्थान पर था, जबकि ब्रिटेन पांचवें स्थान पर था.
वित्त मंत्री ने ‘बिजनेसलाइन चेंज मेकर अवार्ड्स’ समारोह में कहा, ”यह कोई मामूली उपलब्धि नहीं है… देश के लोगों को इसका श्रेय लेना चाहिए.” सीतारमण ने आगे कहा कि इन 10 वर्षों के दौरान कोविड महामारी का प्रकोप हुआ और सब कुछ ठप पड़ गया. उन्होंने कहा कि महामारी के बाद की पुनरुद्धार की गति के बारे में हमेशा सवाल किए जाते हैं, ”लेकिन तथ्य यह है कि हम बड़ी इकोनॉमी में सबसे तेजी से बढ़ती इकोनॉमी हैं.”
उपलब्धियों को लेकर नकारात्मकता नहीं होनी चाहिए
सीतारमण ने इस बात पर भी जोर दिया कि देश की उपलब्धियों को लेकर नकारात्मकता नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा, ”इस बारे में सोचिए कि हम अपने देश के लिए क्या कर रहे हैं. भले ही हम इसकी सेवा न करें, कम से कम नुकसान तो न पहुंचाए. यह ऐसा वक्त है, जब हम सभी सकारात्मक रहना चाहते हैं.”
साल 2029 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा भारत
हाल ही भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपनी रिसर्च रिपोर्ट इकोरैप में कहा था कि भारत को 2029 में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का टैग मिलने की संभावना है. यह साल 2014 के बाद से 7 स्थान ऊपर चला जाएगा. साल 2014 में भारतीय अर्थव्यवस्था की रैंकिंग 10वीं थी. एसबीआई की इकोनॉमिक रिसर्च डिपार्टमेंट की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट चालू वित्त वर्ष (2022-23) की पहली तिमाही में 13.5 फीसदी रही. अगर यह गति जारी रहती है तो इस वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था होगी.