पटना डबल मर्डर केसः दोस्ती की आड़ में मर्डर की कहानी, पहले पार्टी दी फिर सुपारी किलरों से करा दी हत्या
पटना
बिहार पुलिस ने 6 सितंबर को पटना के आलमगंज में हुए डबल मर्डर का खुलासा कर दिया है। यह कहानी दोस्ती में दगा की जिसमें एक दोस्त ने चंद पैसों के विवाद में अपने जिगड़ी को सुपारी देकर मरवा दिया। दोनों के बीच गांजा बिक्री और गेसिंग के पेसे को लेकर विवाद हुआ था। सुपारी किलर को डेढ़ लाख में मर्डर कॉन्ट्रैक्ट दिया गया था। आरोपी ने पहले पार्टी दी फिर साजिश के तहत सुपारी किलरों से ही बाइपास थाना इलाके के शीतला मंदिरा के समीप गोलू और चंदन की हत्या करवा दी गयी। यह खेल गोलू के विरोधी खेमे में शामिल सेठी नाम के अपराधी ने खेला।
एसएसपी डॉ. मानवजीत सिंह ढिल्लों ने दोहरे हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि सेठी पर पूर्व में गोलू ने हमला करवाया था। उसी का बदला लेने के लिये उसने गोलू की हत्या की साजिश रची। सुपारी किलरों को हत्या करने के लिये डेढ़ लाख का ठेका दिया गया था। इस मामले में पुलिस ने साजिशकर्ता व आलमगंज थाने के गुलजारबाग आईडीएच कॉलोनी निवासी संजय कुमार केसरी उर्फ चिकू, सादिकपुर मछुआ टोली निवासी गणेश कुमार और मंतोष कुमार को गिरफ्तार किया है।
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एसएसपी के मुताबिक गोलू और चिकू गेसिंग और गांजा की बिक्री करते थे। गोलू आपराधिक प्रवृति का था। गेसिंग का पैसा बंटवारे और एनएमसीएच के पास ठेला लगवाने को लेकर उसका विवाद सेठी से हुआ था। उसने पूर्व में सेठी पर हमला करवाया था, जिसमें वह बच निकला। इसी का बदला लेने के लिए सेठी ने चिकू और मंतोष कुमार के साथ मिलकर गोलू की हत्या करने की साजिश रची थी।