November 16, 2024

गाजा में इजरायली हमलों में मृतकों की संख्या बढ़कर 37,202 हुई

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गाजा

हमास और इजरायल के बीच पिछले 250 दिनों से जारी जंग ने गाजा के निवासियों की जिंदगी को नरक बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. गाजा की सरकार का कहना है कि गाजा पर इजराइल के युद्ध के 250 दिनों के बाद 15,694 बच्चे मारे गए हैं और 17,000 बच्चे माता-पिता से दूर हैं. डब्ल्यूएचओ प्रमुख टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस ने गाजा में भयावह भुखमरी की चेतावनी दी है. उनके मुताबिक जंग से तबाह इलाकों में पांच साल से कम उम्र के 8,000 बच्चे गंभीर कुपोषण से पीड़ित हैं. गाजा पट्टी के उत्तर में एक सरकारी अधिकारी ने अल जजीरा को बताया कि खाद्यान्न की कमी संकट के चरम बिंदु पर पहुंच गई है क्योंकि अधिकांश खाने-पीने का सामान खत्म हो गया है.

हमास ने कहा कि उसने इजराइल के साथ युद्धविराम समझौते पर पहुंचने के प्रयासों में पूरी सकारात्मकता दिखाई है. जबकि अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन का कहना है कि हमास ने जिस समझौते का प्रस्ताव दिया है उसमें कुछ बदलाव व्यावहारिक नहीं हैं. गौरतलब है कि 7 अक्टूबर से गाजा पर इजरायल के हमले में कम से कम 37,202 लोग मारे गए हैं और 84,932 घायल हुए हैं. वहीं हमास के हमलों में इजरायल में मरने वालों की संशोधित संख्या 1,139 है, और दर्जनों लोग अभी भी गाजा में बंदी हैं.

इजरायली-हमास संघर्ष शुरू होने के बाद से गाजा पट्टी पर इजरायली सुरक्षाबलों के हमलों में फिलिस्तीनियों की मौत की संख्या बढ़कर 36,731 हो गई है, जबकि 83,530 लोग घायल हो गए हैं.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि पिछले 24 घंटों के दौरान इजरायली सुरक्षाबलों के हमलों में 77 लोगों की मौत हो गई और 221 अन्य को घायल कर दिया, जिससे पिछले साल अक्टूबर में फिलिस्तीनी-इजरायल संघर्ष शुरू होने के बाद से मरने वालों की कुल संख्या 36,731 हो गई और 83,530 लोग घायल हो गए हैं. सुरक्षाबलों द्वारा की गई भारी बमबारी और बचाव दल की कमी होने के कारण कुछ लोग अभी भी मलबे में दबे हुए हैं.

हमास द्वारा संचालित सरकार के मीडिया कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, गाजा शहर में अल-शती शरणार्थी शिविर में फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र एजेंसी यूएनआरडब्ल्यूए द्वारा संचालित एक स्कूल पर इजरायली हवाई हमले में तीन लोगों की मौत हो गई और सात अन्य घायल हो गए.

 7 अक्टूबर से अब तक कब्जे वाले पश्चिमी तट और पूर्वी यरुशलम में 126 से अधिक बच्चों सहित कुल 521 लोग मारे गए हैं. जिनमें से अधिकांश मौतें फिलिस्तीनी शरणार्थी शिविरों, कस्बों, गांवों और शहरों पर इजरायली सैन्य छापों के दौरान हुई हैं.

 संयुक्त राष्ट्र मानवीय मामलों के समन्वय कार्यालय (ओसीएचए) की रिपोर्ट के मुताबिक अक्टूबर से अब तक इजरायली सेना द्वारा मारे गए लोगों में से 34 प्रतिशत लोग दो फिलिस्तीनी शहरों और उनके शरणार्थी शिविरों- जेनिन और तुलकरम में मारे गए. अक्टूबर से अब तक हमलों में 5,200 से अधिक फिलिस्तीनी घायल भी हुए हैं, जिनमें 800 बच्चे शामिल हैं.

हमास ने अमेरिका से गाजा में स्थायी युद्धविराम के लिए इजरायल पर ‘दबाव’ डालने की अपील किया है. हमास ने एक बयान में कहा कि उसने इजरायल के साथ युद्धविराम समझौते पर पहुंचने के प्रयासों में पूरी सकारात्मकता दिखाई है. हमास ने कहा कि जबकि अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि इजरायल ने 31 मई को राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा बताए गए युद्धविराम प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है. फिर भी हमने किसी भी इजरायली अधिकारी को इस स्वीकृति की पुष्टि करते नहीं सुना है.

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