जाने सौरभ नेत्रवलकर की कहानी, मैच के बाद होटल से करते हैं ऑफिस का काम, बहन ने खोले राज
नई दिल्ली
टी20 वर्ल्ड कप में अपना मैच खेलने के बाद खिलाड़ी क्या करते होंगे? कुछ तो आराम फरमाते होंगे, कुछ फिटनेस रूटीन फॉलो करते होंगे और कुछ किसी अन्य तरीके से एंज्वॉय करते होंगे। लेकिन यूएसए टीम के सदस्य सौरभ नेत्रवलकर की कहानी बिल्कुल जुदा है। इस कहानी को शेयर किया है सौरभ नेत्रवलकर की बहन निधि ने। निधि के मुताबिक यूएसएस टीम के लिए मैच खेलने के बाद होटल में बैठकर अपने ऑफिस का काम करते हैं। बता दें कि सौरभ नेत्रवलकर ने अपनी टीम के लिए शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने जहां पाकिस्तान के खिलाफ सुपर ओवर में 18 रनों का बचाव किया। वहीं, भारत के खिलाफ मैच में विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे दिग्गजों के विकेट हासिल किए। वह अभी तक यूएसए के लिए तीन मैचों में चार विकेट ले चुके हैं।
क्रिकेट के साथ नौकरी
क्रिकेट के मैदान पर तो सौरभ अपनी शानदार बॉलिंग से बल्लेबाजों के लिए मुश्किलें खड़ी कर रहे हैं। लेकिन मैदान के बाहर भी उनके लिए जीवन आसान नहीं है। मैच खत्म होने के बाद वह होटल में बैठकर अपने ऑफिस का काम करते हैं। गौरतलब है कि सौरभ नेत्रवलकर एक क्रिकेटर होने के साथ-साथ ओरेकल में सॉफ्टवेयर इंजीनियर भी हैं। यहां पर उनकी जॉब काफी डिमांडिंग है। ऐसे में क्रिकेट के मैदान पर अपने हुनर का जादू बिखेरने के बाद कंपनी के काम में जुट जाते हैं। सौरभ की बहन निधि के मुताबिक वह बहुत खुशनसीब है कि उसे पूरे करियर में बहुत ज्यादा सपोर्ट करने वाले मिले। उसे पता है कि जब वह क्रिकेट नहीं खेल रहा होगा तो उसे अपना पूरा ध्यान नौकरी पर लगाना होगा। ऐसे में वह जहां भी जाता है अपना लैपटॉप लेकर जाता है। कंपनी ने उसे छूट दे रखी है कि वह कहीं से भी काम कर सकता है।
भारत आने पर भी
सौरभ की बहन ने आगे बताया कि कैसे उनका भाई अपनी प्रोफेशनल और स्पोर्ट्स से जुड़ी जिम्मेदारियों को निभाता है। निधि ने बताया कि जब वह भारत आता है तो अपना लैपटॉप लेकर आता है। उन्होंने बताया कि सौरभ काफी ज्यादा डेडिकेटेड है। निधि इसके पीछे की वजह, मुंबई में उसके पालन-पोषण को भी मानती हैं। उन्होंने कहा कि कह सकते हैं कि यह उसके अंदर का मुंबईकर है। यह हमेशा ही उसके अंदर रहता है। ओरेकल कंपनी में काम करने वाले इस 32 साल के खिलाड़ी ने भारत की तरफ से अंडर-19 विश्व कप में स्सा लिया था। इसके बाद स्कॉलरशिप मिलने पर प्रतिष्ठित कॉर्नेल विश्वविद्यालय में उच्च अध्ययन के लिए अमेरिका जाने का फैसला किया। अमेरिका आने पर उनकी क्रिकेट यात्रा पर थोड़ा ब्रेक लगा, लेकिन उन्होंने खेल को फिर से शुरू किया और अमेरिकी टीम के अहम सदस्य बन गये। नेत्रवलकर का परिवार अब भी भारत में है।