मैं त्रिशा को भगवान कृष्ण की माखन चोरी की कहानियां सुनाती हूं: नेहा
माखन के विषय पर कान्हा का ज्ञान अतुल्य है! भगवान कृष्ण को ‘माखन चोर’ कहा जाता था और माखन चोरी हमेशा उनके जीवन का एक अभिन्न हिस्सा थी। इस हफ्ते, सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन की पौराणिक कथा, यशोमती मैया के नंदलाला में दर्शक देखेंगे कि कैसे नटखट नंदलाला (त्रिशा सारडा) अपनी तीसरी माखन चोरी की योजना बनाते हुए गोकुलवासियों का माखन चुराते रहते हैं। दूसरी ओर, यशोदा मैया (नेहा सरगम) अपने कान्हा को अच्छे और बुरे के बीच का अंतर सिखाने वाली शिक्षिका की भूमिका निभाती नजर आएंगी। मैया यशोदा की भूमिका निभा रहीं नेहा सरगम कहती हैं, त्रिशा बड़ी मेहनती है और उसके साथ काम करना हमेशा मजेदार होता है। त्रिशा बच्ची है इसलिए, भगवान कृष्ण की कहानियों से परिचित नहीं है। मैं भगवान कृष्ण की माखन चोरी की कथा सुनकर बड़ी हुई हूं। इसलिए, मैं उसे भगवान कृष्ण की कहानियां सुनाती हूं। वो उन्हें सुनना पसंद करती है। मुझे लगता है कि इससे उसे और भी बेहतर तरीके से भगवान कृष्ण का किरदार निभाने में मदद मिली है, जिससे स्क्रीन पर उसकी परफॉर्मेंस काफी विश्वसनीय लगती है। इतने छोटे बच्चे को पौराणिक कथाओं से गहराई से जुड़े देखना खुशी की बात है। मेरा मानना है कि हम में से हरेक को अपनी भारतीय पौराणिक कथाओं का ज्ञान होना चाहिए। त्रिशा सारडा और नेहा सरगम यानी, मां और लल्ला की कहानी अद्भुत है। उनका आॅन-स्क्रीन और आॅफ-स्क्रीन एक-दूसरे के साथ एक प्यारा बंधन है। माखन चोरी के सीक्वेंस की शूटिंग के दौरान नेहा सरगम त्रिशा को भगवान कृष्ण की माखन चोरी की कहानियां सुनाती थीं। त्रिशा को ये कहानियां बड़ी रोमांचक लगीं और वो इन्हें सुनने के लिए ब्रेक के बीच में नेहा के पास आ जाती थीं। वो अपने किरदार को समझने के लिए इन कहानियों को बड़े धीरज और ध्यान से सुनती थीं।