राजधानी पटना में बाढ़ के उमाशंकर घाट पर रविवार की सुबह पांच लोग गंगा में डूब गए, NHAI के पूर्व अधिकारी भी शामिल
पटना
राजधानी पटना में बाढ़ के उमाशंकर घाट पर रविवार की सुबह पांच लोग गंगा में डूब गए। सभी नालंदा से शव का अंतिम संस्कार करने आए थे। अंतिम संस्कार के बाद स्नान के लिए नाव से गंगा के दूसरे छोर पर जाने के दौरान यह हादसा हुआ। डूबने वालों में एनएचएआई के पूर्व क्षेत्रीय अधिकारी अवधेश कुमार और उनके पुत्र समेत पांच लोग शामिल बताए जा रहे हैं। एनडीआरएफ की टीम डूबे लोगों की तलाश कर रही है। पटना के डीएम शीर्षत कपिल अशोक भी मौके पर पहुंचकर घटना की पूरी जानकारी ली।
पटना के एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि नाव पर एक ही परिवार के 17 लोग सवार थे। इनमें 12 को नाविकों और स्थानीय गोताखोरों की मदद से बचा लिया गया। एसडीआरएफ टीम भी मौके पर पहुंच गई है और गंगा में डूबे लोगों की तलाश में जुटी है। बताया जाता है कि नाव हादसे में डूबने वालों में अवधेश कुमार (60 वर्ष), उनके पुत्र नीतीश कुमार (30 वर्ष), हरदेव प्रसाद (65 वर्ष) और एक महिला समेत कुल पांच लोग शामिल है। हालांकि आधिकारित तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की गई है। हादसे की खबर मिलने के बाद बाढ़ एसडीएम, एएसपी, थाना प्रभारी भी वहां पहुंचे और एसडीआरपीएफ की टीम को बुलाया गया। अभी तक डूबे हुए लोगों का कोई अता-पता नहीं चला है।
अवधेश कुमार एनएचएआई के क्षेत्रीये पदाधिकारी के पद से इसी वर्ष फरवरी में सेवानिवृत हुए हैं। नालंदा के अस्थावां स्थित मालती गांव के रहनेवाले अवधेश कुमार की मां का निधन हो गया था। उनके अंतिम संस्कार में गांव के कई लोग बाढ़ आए थे। अंतिम संस्कार पूरा होने के बाद स्नान के लिए 17 लोग एक नाव पर सवार होकर गंगा के दूसरी छोर पर जा रहे थे। इस दौरान नाव पलट गई। इनमें 12 लोगों को बचा लिया गया। वहीं पांच व्यक्ति गंगा में डूब गए। डूबने वालों के संबंध में अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी साझा नहीं की गई है।