हिरोली 13 बी खदान का निजीकरण नहीं होने देंगे, कांग्रेस बेरोजगारों को कर रही गुमराह – सीपीआई
दंतेवाड़ा
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के संयुक्त फेडरेशन के साथ ग्राम हिरोली में स्थानीय मुद्दों को लेकर हुई बैठक में गायता, पेरमा, सरपंच सहित सैकडों ग्रामीणों की मौजूदगी में आदिवासी महासभा के अध्यक्ष बोमड़ा कवासी ने ग्रामीणों को तेरह बी खदान का निजीकरण नहीं होने देने आश्वस्त किया। कांग्रेस सरकार को खदान के विषय में अपनी स्थिति स्पष्ट करने कहा गया। उन्होंने कहा जब कांग्रेस विपक्ष में थी तब बोधघाट परियोजना के खिलाफ थी, लेकिन आज सरकार में है तो उसका रवैया ढुलमुल है, परियोजना से 55 गांव उजड़ जाएंगे। इस विषय मे लोग केवल भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी पर भरोसा करते हैं। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी बोधघाट परियोजना के खिलाफ पहले भी थी, आज भी है और आगे भी रहेगी। इस दौरान उपस्थित ग्रामीणों ने नंदराज पहाड़, पिटोडमेटा और बोधघाट को बचाने जमकर नारेबाजी की। बैठक में राकेश कुंजाम, उपाध्यक्ष बादल बनर्जी, दिनेश ठाकुर, हूंगाराम मड़कामी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
आदिवासी महासभा के जिला सचिव भीमसेन मंडावी ने कांग्रेस और भाजपा को आड़े हाथ लेते लेबर सप्लाई में राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि 13 गांव में से प्रत्येक गांव से 5 लोगों को ठेका लेबर में लेते हैं, तो शेष बेरोजगारों का क्या होगा? क्या वे आक्रोशित नहीं होंगे? कांग्रेस नेत्री तुलिका कर्मा बेरोजगारों को गुमराह कर रही है। एल वन और एल टू भर्ती के समय इनकी राजनीति बेरोजगारों ने देख लिया है। दोनों प्रमुख पार्टियां लोगों को भ्रमित कर रही है और इसका परिणाम है आप लोग इस विषय पर जागरूक हो रहे हैं। उन्होने कहा कि नक्सली मामले में बंद निर्दोष आदिवासियों को रिहा करने का चुनावी वादा भी सरकार भूल गई, अब सरकार से कोई भी उम्मीद नहीं है।
आदिवासी महासभा के जिला सचिव सुदरू कुंजाम ने कहा कि जल, जंगल जमीन हमारा है लेकिन सरकार इसे अपना कहती है जब हम आवाज उठाते हैं हमें नक्सली मानकर कार्यवाही की जाती है। प्रकृति के साथ सैकडों वर्षो से रहने के बाद हमें अलग करने साजिश की जाती है। खदानें निजी हाथों में बेचने सरकारें आतुर रहती हैं, हमें पूरी ताकत से इसका विरोध करना है।