राजस्थान-झुंझुनू में पार्षदों का धरना खत्म, नप आयुक्त पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर पद से हटाने की मांग
झुंझुनू.
झुंझुनू नगर परिषद में आयुक्त अनीता खीचड़ के खिलाफ पार्षदों ने धरना देकर उनको हटाने की मांग की। प्रदर्शनकारी पार्षदों ने आयुक्त पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। इस पर भाजपा प्रत्याशी शुभकरण चौधरी के एक महीने में सभी समस्याओं के समाधान करने का आश्वासन दिया। इसके बाद पार्षदों का धरना खत्म हुआ।
झुंझुनू में प्रसिद्ध शेखावाटी की अनमोल हवेलियां जो छउ हवेली के नाम से प्रसिद्ध है। ये हवेलियां हेरिटेज में भी शामिल हैं। आरोप है कि आयुक्त अनीता खीचड़ के कार्यकाल में हवेल को ध्वस्त कर बड़े-बड़े कॉम्प्लेक्स बनाने का कार्य शुरू किया गया था। झुंझुनू में अवैध इमारतें भी इन्हीं के कार्यकाल में जोर-शोर से बनाई गई थीं। आयुक्त पर कई बार भ्रष्टाचार के आरोप लग चुके हैं। एक बार टोंक में आयुक्त रहते हुए एसीबी में ट्रैप भी हो चुकी हैं। लोकायुक्त में भी आरोपित हैं। ऐसे अधिकारी को जीरो टॉलरेंस की बात करने वाली भजनलाल सरकार ने आखिर फील्ड पोस्टिंग क्यों दी? इन्हीं मामलों को लेकर पार्षद तीन दिन से लगातार नगर परिषद आयुक्त के कमरे के बाहर धरना दिए बैठे थे। आज आश्वासन मिलने के बाद धरना समाप्त किया गया।
भ्रष्टाचार की देवी
पिछली कांग्रेस सरकार में भी कई बार भाजपा कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने आयुक्त अनीता खीचड़ के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया था। हमेशा इन्हें भ्रष्टाचार की देवी बताया गया था। उस समय भी हटाने की मांग की गई थी। आज भाजपा का शासन आते ही भ्रष्टाचार के मामले में ट्रैप हुई आयुक्त को फील्ड पोस्टिंग देने के फैसले को पार्षदों ने कमिश्नर का खेल बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि आयुक्त को सभी रास्ते पता हैं। कैसे ऊपर की कमाई की जाती है इस ऊपर की कमाई के लालच में इन्हें फील्ड पोस्टिंग दी गई है।
भाजपा ने धरना दिया था
पिछली कांग्रेस सरकार में भाजपा ने नगर परिषद आयुक्त अनीता खीचड़ के खिलाफ 2020-2021-2022 में कई बार धरने प्रदर्शन किए गए और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए।