सालों बाद AK को याद आईं किरण बेदी, गुजरात में क्यों किया जिक्र
अहमदाबाद
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल गुजरात में जमकर मेहनत कर रहे हैं। आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक ने सोमवार को एक तरफ जहां ऑटो चालकों से मुलाकात की तो व्यापारियों और वकीलों के संग भी चर्चा की। उन्होंने वकीलों को किसी को भी जितवाने और हरवाने में सक्षम बताया। इस दौरान केजरीवाल ने अपनी पुरानी साथी और कभी उनके खिलाफ बीजेपी की सीएम कैंडिडेट रहीं किरण बेदी को भी याद किया। उन्होंने बताया कि किस तरह पुरानी नाराजगी की वजह से वकीलों ने किरण बेदी के खिलाफ प्रचार किया और आम आदमी पार्टी का समर्थन किया था।
वकील बहुत पावरफुल होते हैं, बहुत शक्तिशाली होते हैं और सारे वकील यदि ठान लें तो किसी भी पार्टी को जिता सकते हैं और किसी को भी हरा सकते हैं। यह मैं अपने अनुभव से बोल रहा हूं। जब हम अपना पहला चुनाव लड़े थे दिल्ली में तो कुछ ऐसा संयोग बना कि भारतीय जनता पार्टी ने किरण बेदी को अपना सीएम कैडिंडेट घोषित किया। किरण बेदी से वकीलों का कोई पुराना लफड़ा था। किरण बेदी पुलिस में थीं, कभी उन्होंने वकीलों पर लाठीचार्ज किया था। तब से वकील अपने मन में लेकर बैठे थे कि इनको सबक सिखाएंगे।''
अरविंद केजरीवाल ने हंसते हुए आगे कहा, ''जब बीजेपी ने किरण बेदी को सीएम उम्मीदवार बनाया तो अलग अलग बार के लोग मुझसे मिलने आए। उन्होंने कहा कि सर हम आपको सपोर्ट करेंगे और हम इनको हराएंगे। सारे वकील इकट्ठे हो गए दिल्ली के। उन्होंने अपनी टीम्स बनाई और डोर टु डोर प्रचार किया। किरण बेदी जी खुद, उनकी सीएम कैंडिडेटट, हमारे एक छोटे से नेता से हार गईं।''
अरविंद केजरीवाल ने वकीलों की तारीफ करते हुए कहा, ''दो महीने बाद चुनाव है। मैं लीपापोती नहीं करूंगा। मैं सीधे कहूंगा कि आप लोगों से सहायता मांगने आया हूं। वकीलों का वर्ड ऑफ माउथ बहुत स्ट्रॉन्ग होता है। यदि सारे वकील इकट्ठे हो जाएं तो 27 साल का भाजपा का शासन खत्म हो सकता है और गुजरात में एक ईमानदार सरकार आ सकती है।''