शरीर, मन और आत्मा को संतुलित रखने योग ज़रूरी – श्री मंगुभाई पटेल
भोपाल
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि शरीर, मन और आत्मा के संतुलन के लिए योग अत्यंत ज़रूरी है। योग सरल है, सभी के लिए हैं। यह व्यक्तिगत और सामूहिक रूप से किया जा सकता है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के विशेष प्रयासों से योग अब वैश्विक उत्सव बन गया है। श्री पटेल अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर राजभवन में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर राजभवन में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के उद्बोधन का जम्मू-कश्मीर से लाईव प्रसारण किया गया।
राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि योग हमारे पूर्वजों की धरोहर है। ऋषि-मुनियों की देन है। हमें योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए। भौतिकवादी जीवनशैली और बदलते खान-पान के दौर में हमें योग के साथ अपने खान-पान, आचार-विचार पर भी विशेष ध्यान देना ज़रूरी है। उन्होंने मोटे अनाज, व्यायाम, पर्याप्त पानी और भरपूर नींद को स्वस्थ शरीर के लिए आवश्यक बताया। श्री पटेल ने 40 वर्ष की आयु तक मन को भाने वाले और 40 वर्ष के बाद शरीर को भाने वाले खान-पान को अपनाने की सलाह दी।
योग की विभिन्न मुद्राओं का हुआ अभ्यास
राज्यपाल श्री पटेल ने सामूहिक रूप से योग के विभिन्न आसनों, प्राणायाम और ध्यान की क्रियाओं में भाग लिया। उन्होंने बैठकर, पीठ के बल लेटकर, पेट के बल लेटकर, खड़े होकर किए जाने वाले आसन किए। राज्यपाल श्री पटेल के साथ करीब 150 व्यक्तियों ने सामूहिक रुप से ग्रीवा चालन, स्कंध संचालन, ताड़ासन, वृक्षासन, पादहस्तासन, कटिचक्रासन, दण्डासन, वज्रासन, तितली आसन, उष्ट्रासन, शशांकासन, उत्तानमंडूकासन, वक्रासन, मकरासन, सेतुबंध आसन, उत्तानपादासन, पवनमुक्तासन और शवासन किए। आसनों के बाद कपालभाति, नाड़ीशोधन, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी, आदि प्राणायाम किए। क्लैपिंग एवं लाफिंगथेरेपी के साथ सामूहिक योग कार्यक्रम का समापन हुआ। योग गुरु श्री राजीव जैनत्रिलोक ने योग की विभिन्न मुद्राओं का अभ्यास कराया।
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल का सामूहिक योग कार्यक्रम के पूर्व बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के योग संकाय के छात्रों ने पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर राजभवन में आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल के प्रमुख सचिव श्री मुकेश चंद गुप्ता, अपर सचिव श्री उमाकांत भार्गव, राजभवन के अधिकारी, कर्मचारी, परिजन और बच्चे शामिल हुए।