गजब! पति ने कर ली किन्नर से शादी, पत्नी भी है राजी; एक ही घर में रहने की तैयारी
भुवनेश्वर
कोई भी महिला सौतन को स्वीकार नहीं करती, लेकिन ओडिशा में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक शख्स को एक किन्नर से प्यार था, जिसे उसकी पत्नी ने भी स्वीकार कर लिया है और शादी की परमिशन दे दी है। यही नहीं कालाहांडी की महिला ने पति को यह अनुमति भी दे दी है कि वह किन्नर को भी अपने ही घर में रख ले यानी तीनों ही एक छत के नीचे रहेंगे। किन्नर से शादी रचाने वाले शख्स का दो साल का बेटा भी है। वह पिछले एक साल से किन्नर के साथ अफेयर में था। यह बात जब उसकी पत्नी को पता चली तो उसने इस रिश्ते को स्वीकार कर लिया और किन्नर के साथ पति को उसी घर में रहने की मंजूरी दे दी। हालांकि कानूनी रूप से पहली पत्नी से तलाक लिए बिना कोई शख्स दूसरा विवाह नहीं कर सकता।
रविवार को महिला के पति ने किन्रर के साथ ब्याह रचा लिया। इस दौरान किन्नर समुदाय के लोग भी बड़ी संख्या में मौजूद थे। सेबकारी किन्नर महासंघ की अध्यक्ष कामिनी ने विवाह की सारी रस्मों को पूरा कराया। उन्होंने कहा कि हम दोनों के लिए खुश हैं और उन्हें सुखी वैवाहिक जीवन के लिए शुभकामनाएं देते हैं। कामिनी ने कहा कि हम जानते हैं कि हिंदू मैरिज ऐक्ट के तहत एक पत्नी के रहते हुए कोई पुरुष दूसरा विवाह नहीं कर सकता है। लेकिन यह तो दोनों पार्टनर्स की सहमति का मामला है। इस शादी के लिए तो शख्स की पत्नी ने भी मंजूरी दे दी है और उसके बाद ही यह विवाह किया गया है।
किन्नर से शादी पर पुलिस ने क्या कहा
कामिनी ने कहा कि हमें भी इस शादी को लेकर शुरुआत में संशय था और हमने दोनों से विचार करने की बात कही थी। इस पर उन्होंने कहा कि हम पूरे मन से शादी कर रहे हैं। इसके अलावा शख्स की पत्नी ने भी जब शादी को स्वीकार कर लिया तो फिर कोई दिक्कत नहीं हुई। वहीं इस मामले को लेकर पुलिस का कहना है कि यदि किसी भी पक्ष की ओर से शादी को लेकर कोई ऐतराज सामने आता है या फिर शिकायत की जाती है तो फिर ऐक्शन लिया जाएगा।
क्या शादी को मिलेगी कानूनी वैधता? क्या कहते हैं एक्सपर्ट
वहीं कानून के जानकारों का कहना है कि इस शादी को कानूनी वैधता नहीं मिल सकती। एक अधिवक्ता ने कहा कि पहली शादी के बरकरार रहते हुए दूसरी शादी को मंजूरी नहीं मिल सकती। भले ही वे लोग शादी करके ही रह रहे हों, लेकिन पहली पत्नी के रहते हुए इस रिश्ते को लिव-इन रिलेशनशिप या फिर विवाहेतर संबंध के तौर पर ही जाना जाएगा।