कई दिनों मॉनसून का इंतजार कर रहे लोगों के लिए खुशखबरी, झमाझम बारिश के लिए रहें तैयार
नई दिल्ली
कई दिनों मॉनसून का इंतजार कर रहे लोगों के लिए खुशखबरी है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार उत्तर भारत में मॉनसून के जोर पकड़ने की उम्मीद है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को कहा कि उत्तर पश्चिम भारत में बारिश की गतिविधि बढ़ने की संभावना है और 28 से 30 जून के दौरान भारी बारिश होने की संभावना बनी हुई है। गर्मी की मार झेल रहे राज्यों में मॉनसून को लेकर दिया जाने वाला मौसम विभाग का यह अपडेट वाकई खुश करने वाला है।
उत्तर भारत के इन इलाकों में होगी बारिश
देश में मॉनसून धीरे-धीरे गति पकड़ रहा है और उत्तर के मैदानों की तरफ बढ़ रहा है। मॉनसून की मौजूदा स्थिति की बात करें तो इसकी उत्तरी सीमा मुंद्रा, मेहसाणा, उदयपुर, शिवपुरी, सिद्धि, ललितपुर, चाईबासा, हल्दिया, पाकुड़, साहिबगंज और रक्सौल से होकर गुजर रही है। उत्तरी अरब सागर, गुजरात राज्य, मध्य प्रदेश के शेष हिस्सों में मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल होने की संभावना है।
मॉनसून को लेकर मौसम विभाग का अपडेट
मौसम विभाग की मानें तो राजस्थान के कुछ और हिस्से, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार के शेष, पूर्वी उत्तर प्रदेश के अधिकांश भाग, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ और हिस्से में अगले 3-4 दिनों के दौरान बारिश की संभावना बनी हुई है। मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तराखंड के कुछ हिस्से, हिमाचल प्रदेश, पंजाब और हरियाणा के उत्तरी हिस्से में बारिश के आसार बने हुए हैं।
देर से ही सही मगर रफ्तार पकड़ेगा मॉनसून
मौसम विभाग की मानें तो मॉनसून फिलहाल अपने सामान्य गति की तुलना में लगभग एक सप्ताह की देरी से चल रहा है। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के पूर्व सचिव एम राजीवन ने एक्स पर लिखा, "मॉनसून तेजी पकड़ने के बाद आगे बढ़ेगा और 5 जुलाई तक पूरे देश को कवर कर लेगा। पश्चिमी तट और उत्तर भारत में भारी बारिश के साथ अगले 2-3 सप्ताह में सक्रिय मॉनसून की वजह से उत्तर भारत में अत्यधिक बारिश और बाढ़ की उच्च संभावना है।"
उत्तराखंड में बारिश का ऑरेंज अलर्ट
आईएमडी ने 28 से 30 जून के दौरान उत्तराखंड में बहुत भारी बारिश की संभावना के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। 28 से 29 जून के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश, 29 से 30 जून को हरियाणा और पश्चिम उत्तर प्रदेश में बारिश की संभावना बनी हुई है। आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार, मॉनसून के उत्तर पश्चिम भारत में आगमन के बाद 27 जून से 3 जुलाई के बीच यह क्षेत्र के अधिकांश हिस्सों को कवर कर जाएगा।