अब आसमान में तीव्र गति से उड़ता दिखेगा डबल डेकर प्लेन! एक साथ 500 लोग होंगे सवार
लंदन
आधुनिक युग का विज्ञान इंसानों को सुविधाओं से लैस करता जा रहा है। खास कर यात्रा करने वाले लोगों के लिए तो आने वाला वक्त और भी अरामदायक होने वाला है। आज और आने वाले कल की तुलना करें तो भविष्य की यात्रा आज की तुलना में कई गुना तेज और सुविधाजनक होगी। हाल ही में एक ऐसे विमान की कल्पना की गई है जो डबल डेकर होगा। इस विमान के बारे में बताया जा रहा है कि, यह काफी विशाल और अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। जानकार बताते हैं कि, इसे विमान को लघु परमाणु रिएक्टर से ऊर्जा मिलेगी और जिसकी रफ्तार 1,150 मील प्रति घंटे से अधिक होगी (1,150mph-Miles per hour)। इस बड़े विमान में 500 यात्री यात्रा करेंगे।
भविष्य में यात्रा करना होगा आसान
डेली स्टार के मुताबिक, सुपरसोनिक क्षमताओं वाला एक विशाल परमाणु डबल-डेकर एयरलाइनर जिसकी रफ्तार 1,150mph होगी औक इसमें 500 यात्रियों के बैठने के लिए जगह होगी। खबर के मुताबिक, भविष्य में तैयार होने वाला यह विमान एक अंतरिक्ष यान की तरह दिखेगा। इसे हम यात्रियों का भविष्य वाला विमान कह सकते हैं। यह विमान सुपरसोनिक गति से संचालित होगी, जिसके मूल में एक लघु परमाणु रिएक्टर होगा।
लंदन से न्यूयॉर्क की दूरी हो जाएगी कम
इस कॉन्सेप्ट विमान को एचएसपी मैग्रेवेम-बिग बर्ड के रूप में जाना जाता है। इस विमान के डिजाइनर ऑस्कर विनल्स हैं। इनका कहना है कि, भविष्य का यह विमान 1,150 एमपीएच की स्पीड से चलने वाला होगा। इसकी स्पीड आज के अधिकांश वाणिज्यिक विमानों की तुलना में थोड़ा तेज गति वाला होगा। जानकारी के मुताबिक, अपनी रफ्तार की बदौलत यह विमान लंदन से न्यूयॉर्क की दूरी सिर्फ तीन घंटे में पूरा कर लेगा।
यह क्रांतिकारी परिवर्तन होगा
उड़ान के क्षेत्र में लाए जाने वाले इस क्रांतिकारी परिवर्तन से लोगों के समय का बचत होगा । विमान के डिजाइनर विनल्स को उम्मीद है कि, विमान कॉम्पैक्ट फ्यूजन रिएक्टर से लैस होगा, जो इंजन और इलेक्ट्रिक्स को शक्ति प्रदान करेगा। उन्होंने बताया कि, फ्यूजन रिएक्टर का उपयोग करना काफी मुश्किल होगा क्योंकि वर्तमान प्रौद्योगिकियां उस विशाल शक्ति को संभालने के लिए बिल्कुल तैयार नहीं हैं जिसे इस तरह की उड़ान में अनुकूलित किया जा सकता है। हालांकि, विनल्स को उम्मीद है कि, आने वाले 10 से 15 सालों के भीतर इसमें भी बदलाव आएगा और रिएक्टर और आवश्यक भागों का वजन कम किया जा सकता है।
विमान में आते रहेंगे बदलाव
विमान के डिजाइनर ने कहा कि, आगे उन्नत किस्म के विमानों को बनाने का प्रयास जारी रहेगा। आज जो कम विकसित टेक्नोलॉजी हैं, जैसे भविष्य में विमान से संबंधित ग्रैफेन की नैनो संरचनाएं, तापमान पर सुपरकंडक्टर्स अल्ट्रा-लाइटवेट, चुंबकीय मोनोपोल डिवाइस, नए प्लाज्मा के त्वरक सिस्टम बनाने में मदद करेंगे। "यह सीएफआर शून्य उत्सर्जन के साथ बड़ी मात्रा में विद्युत ऊर्जा उत्पन्न कर सकता है। 206 एमडी-डीबीडी प्लाज़्मा एक्ट्यूएटर्स के लिए उन बड़ी मात्रा में ऊर्जा की आवश्यकता होगी, जो विशाल इंजन हैं जो फ्यूजलेज और पंखों पर वायु प्रवाह को नियंत्रित करेंगे। उनका उपयोग विमान के प्रदर्शन को अधिकतम करने के लिए भी किया जाएगा और जिस गति से वह खुद को ले जा सकता है, साथ ही साथ ड्रैग के स्तर को कम कर सकता है। "डाइलेक्ट्रिक बैरियर डिस्चार्ज (डीबीडी) द्वारा आपूर्ति किए गए वायुगतिकीय प्लाज्मा एक्ट्यूएटर्स का उपयोग इस उद्देश्य के लिए किया जा सकता है।"