2023 का एमपीएससी मेंस जारी किया रिजल्ट, रीवा की बिटिया टॉप कर बनी पशु चिकित्सा विस्तार अधिकारी
रीवा
मध्यप्रदेश सिविल सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा में रीवा जिले की बेटी ने कमाल कर दिखाया है। छोटे से गांव त्यौंथर की रागिनी मिश्रा ने प्रदेश में प्रथम स्थान हासिल करने में सफलता पाई है। जैसे ही रिजल्ट घोषित होने की जानकारी मिली क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ पड़ी।
रागिनी मिश्रा मध्यप्रदेश उत्तरप्रदेश सीमा स्थिति रीवा जिले नगर परिषद त्यौंथर के वार्ड क्रमांक 1 की निवासी हैं। इनके पिता राम बिहारी मिश्रा पेशे से वकील है। जबकि माता इनकी प्राइमरी टीचर है। बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल रहने वाली रागनी ने इससे पहले पीएचडी में फर्स्ट रैंक हासिल किया था।
पीएससी एग्जाम मे किया टॉप
रागनी पीएचडी में ऑल ओवर इंडिया में पहला स्थान प्राप्त किया था। रागिनी मिश्रा ने बताया कि मेरे लिए यह सफलता प्राप्त करना काफी कठिनाइयो से भरा था। मध्यम वर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाली रागनी की मां टीचर है। मां स्कूल चली जाती थी तो रागनी को घर का पूरा काम करना पड़ता था।
पति का मिला साथ
रागिनी मिश्रा अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार जनों को देती है। रागनी की शादी हो चुकी है। वह ससुराल में रहकर तैयारी की और सफलता पाई। रागनी के पति चिकित्सा अधिकारी है और उन्होंने पूरा सहयोग किया।
कब हुई परीक्षा कब आए परिणाम?
मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की गई यह परीक्षा 10 सितंबर 2023 को हुई थी, जिसके रिजल्ट 21 नवंबर 2023 को घोषित किये गये थे. 10 जून 2024 से 13 जून 2024 तक इसके इंटरव्यू हुए, इसके बाद अब फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया गया है. एमपीपीएससी की वेटरनरी की परीक्षा में प्रदेश में कुल 80 सीट थीं और इसमें रागिनी सबसे ऊपर हैं.
पिता किसान, पति डॉक्टर और मां शिक्षक
रागिनी रीवा के त्योंथर नगर पंचायत की रहने वाली हैं. उनके पिता रामबिहारी मिश्रा किसान हैं, जबकि माता सुधा मिश्रा सरकारी प्राइमरी स्कूल में अध्यापिका के पद पर पदस्थ हैं. दो भाई हैं जो प्राइवेट नौकरी करते हैं, जबकि छोटी बहन अभी पढ़ रही है. रागिनी की शादी उत्तरप्रदेश के प्रयागराज जिले में हुई है, उनके पति शक्ति कुमार द्विवेदी उत्तरप्रदेश सरकार में मेडिकल ऑफिसर के पद पर पदस्थ हैं.
गांव से लेकर जबलपुर तक हुई पढ़ाई
MPPSC की परीक्षा में टॉप करने वाली रागिनी की प्राथमिक शिक्षा त्योंथर स्थित अपने गांव के स्कूल से और ग्रेजुएशन कॉलेज ऑफ वेटरनरी कॉलेज जबलपुर से पूरा हुआ. जबकि पीएचडी उन्होंने वेटरनरी इंस्ट्यूट उत्तर प्रदेश के बरेली जिले से की है.
पति और परिवार को देती हैं श्रेय
रागिनी अपनी सफलता के लिए अपने पति और परिवार को मानती हैं, जिन्होंने उन्हें समय-समय पर आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया और कहा तुम कर सकती हो. रागिनी बताती हैं कि एमपीपीएसी की परीक्षा उनकी शादी के बाद आयोजित की गई, जिसमें उनके पति बराबर उनको पढ़ाई के लिए प्रेरित करते रहें, वहीं अपने गुरुजनों को भी वे याद करती हैं, जिन्होंने आज उनको इस काबिल बनाया.