राजकोट एयरपोर्ट पर भी हादसा,भारी बारिश में टूटकर गिरी छत
अहमदाबाद
दिल्ली एयरपोर्ट पर हादसे के बाद राजकोट हवाई अड्डे की कैनोपी गिरने की घटना सामने आई है। राजकोट के हीरासर में बने अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की कैनोपी का एक बड़ा हिस्सा बारिश में गिर गया। राजकोट एयरपोर्ट की घटना में गनीमत यह रही कि जानमाल का नुकसान नहीं हुआ। हवाई अड्डे के निदेशक दिंगत बहोरा के अनुसार बारिश के कारण हवाई अड्डे के आगे की छत में जलभराव हो गया था। इसके चलते यह हादसा हुआ। बहोरा ने कहा इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ है। एक दिन पहले दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट के टर्मिनल एक की छत गिर गई थी। इसमें एक व्यक्ति की मौत होने के साथ चार अन्य घायल हो गए थे। हीरासर में बने राजकोट के नए एयरपोर्ट का उद्घाटन पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था।
पिकअप-ड्रॉप वाला एरिया
राजकोट हवाई अड्डे के बाहर जिस हिस्से की छत गिरी है। वहां पर यात्री पिकअप और ड्रॉप होता है। संयाेग से जब यह छत गिरी तो वहां पर कोई नहीं था। ऐसे में जानमाल का नुकसान नहीं हुआ। राज्य में दक्षिण-पश्चिम मानसून के सक्रिय होने पर सौराष्ट्र में भारी बारिश हो रही है। कुछ इलाकों में भारी बारिश से एनडीआरएफ की सात टीमों को कच्छ, राजकोट, देवभूमि द्वारका, गिर सोमनाथ, भावनगर, नर्मदा और वलसाड जिलों में तैनात किया गया है।
2654 करोड़ रुपये में बना है एयरपोर्ट
राजकोट के नए हवाई अड्डे के लिए शुरुआत में केंद्र सरकार ने 1405 करोड़ रुपये स्वीकृत किए थे। जुलाई 2019 में इसकी कुल लागत 2654 करोड़ रुपये हो गई थी। इस हवाई अड्डे का निर्माण पिछले साल जून में पूरा हुआ था। इसके बाद जुलाई में यह सेवा के लिए खुला था। अभी राजकोट के इस एयरपोर्ट से एयरपोर्ट से एयर इंडिया और इंडिगो की फ्लाइट उड़ान भरती हैं। राजकोट एयरपोर्ट की सात गंतव्यों के लिए कनेक्टीविटी है।
कांग्रेस ने घटना पर साधा निशाना
सालभर पहले शुरू हुए राजकोट अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की छत गिरने के मुद्दे पर कांग्रेस ने बीजेपी को निशाने पर लिया है। गुजरात विधानसभा में कांग्रेस के नेता अमित चावड़ा और इंडियन नेशनल यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने निशाना साधा है। श्रीनिवास ने इस मुद्दे पर गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी के ट्वीट को कोट करके निशाना साधा है, तो वहीं दूसरी तरफ अमित चावड़ा ने लिखा है कि 27 जुलाई 2023 को पीएम नरेंद्र मोदी ने राजकोट के हिरासर एयरपोर्ट का उद्घाटन किया था जिसकी छत आज पहली ही बारिश में ध्वस्त हो चुकी है। मोदीजी सीएम थे तब गुजरात मे भी ऐसे ही बेहद घटिया क्वॉलिटी के रास्ते से लेकर काम होते थे और अब भी। क्योंकि मोदीजी कोई भी कॉन्ट्रैक्ट क्वॉलिटी नहीं पार्टी फंड और कमीशन देखकर देते है। टैक्स के नाम पर लूट मचाकर घटिया क्वॉलिटी का दिखावे और पीआर का इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा करके मोदी सरकार ने लोगों की जान से खिलवाड़ किया है। खुद जिम्मेदारी स्वीकार करे या ना करे अब जनता समझ रही है इसमें कौन सही कसूरवार है। चावड़ा ने लिखा है कि मोदी सरकार भ्रष्टाचार की सारी सीमाए कर गई है।
जबलपुर में डुमना हवाई अड्डे के नव विस्तारित टर्मिनल की कैनोपी का भी एक हिस्सा गुरुवार को भारी बारिश के कारण टूट गया था. इस घटना में कैनोपी के नीचे खड़ी एक सरकारी अधिकारी की कार क्षतिग्रस्त हो गई थी. तीन महीने पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हवाईअड्डे का उद्घाटन किया था. जबलपुर एयरपोर्ट के मैनेजमेंट ने बताया कि कैनोपी पर भारी मात्रा में बारिश का पानी जमा होने के कारण यह हादसा हुआ. एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने एक बयान में कहा, 'घटना के तकनीकी कारणों की जांच की जा रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो. एएआई (जबलपुर), इस घटना पर खेद व्यक्त करता है और व्यापक समाधान का आश्वासन देता है'.
इस बीच दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट मैनेजमेंट ने शुक्रवार को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के टर्मिनल 1 पर कैनोपी गिरने की घटना की जांच के लिए एक समिति का गठन किया है. दिल्ली पुलिस ने घटना के बाद भारतीय दंड संहिता की धारा 304 ए (लापरवाही से मौत) और 337 (दूसरों के जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालने वाले कृत्य से चोट पहुंचाना) के तहत मामला दर्ज किया है. नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने कहा कि सिविल एविएशन मिनिस्ट्री ने देश भर के सभी एयरपोर्ट टर्मिनलों के स्ट्रक्चरल ऑडिट का आदेश दिया है.