September 22, 2024

कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने बरसाना पहुंचकर राधारानी के सामने मांगी माफी

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 बरसाना

अपने कथन पर राधारानी से माफी मांगने बरसाना स्थित राधारानी मंदिर में प्रसिद्ध कथावाचक प्रदीप मिश्रा पहुंचे हैं। प्रदीप मिश्रा का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिसमें उन्होंने कहा था कि राधारानी का विवाह भगवान श्रीकृष्ण के साथ नहीं बल्कि मथुरा के छाता कस्बा निवासी अनय घोष के साथ हुआ था। कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने राधारानी के सामने दंडवत होकर नाक रगड़ कर माफी मांगी और कहा कि राधारानी मेरी ईष्ट हैं।

राधारानी विवादित बयान के बाद कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा शनिवार दोपहर बरसाना पहुंचे. उन्होंने राधा रानी मंदिर में नाक रगड़कर माफी मांगी. दंडवत प्रणाम किया. इसके बाद मंदिर से बाहर निकलकर ब्रजवासियों को हाथ जोड़कर अभिवादन किया. इस दौरान श्रीजी मंदिर के पास प्रदीप मिश्रा की सुरक्षा के लिये बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा.

पंडित प्रदीप मिश्रा ने हाथ जोड़कर सभी से निवेदन किया कि सभी ब्रजवासियों को बधाई. आपके प्रेम की वजह से मैं यहां आया हूं. लाड़ली जी ने खुद मुझे यहां बुलाया है. मेरी वाणी से किसी को ठेस पहुंची है, तो माफी मांगता हूं. ब्रजवासियों के चरणों में मैं दंडवत प्रणाम कर माफी मांगता हूं. लाडली जी और बरसाना सरकार से भी क्षमा चाहता हूं. पंडित प्रदीप मिश्रा ने हाथ जोड़कर सभी से निवेदन किया कि किसी के लिए कोई अपशब्द न कहें. राधे-राधे कहें, महादेव कहें. मैं सभी संत-महंत, धर्माचार्य और आचार्य से माफी मांगता हूं.

गौरतलब है कि बीते कई दिनों से राधारानी के खिलाफ बयान देकर पंडित प्रदीप मिश्रा विवादों में चल रहे थे. इसके बाद संतों ने मामले में कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा था कि प्रदीप मिश्रा नाक रगड़कर माफी मांगें. उन्हें अल्टीमेटम दिया गया था. इसके बाद शनिवार को ब्रज के साधु संतों का प्रतिनिधिमंडल मथुरा एसएसपी से मिला था. 1 घंटे की वार्ता के बाद प्रतिनिधिमंडल को एफआईआर दर्ज करने की सहमति देकर वासप भेजा गया था. इसके बाद पंडित प्रदीप मिश्रा ने बरसाना पहुंचकर राधारानी के मंदिर में माफी मांगी.

कहा था बरसाना उनका पैतृक गांव नहीं है

प्रदीप मिश्रा ये भी कहा था बरसाना उनका पैतृक गांव नहीं है। बरसाना में राधारानी के पिता की कचहरी लगती थी। जिसमें राधारानी अपने पिता के साथ वर्ष में एक बार आती थीं। उनके इस कथन को लेकर ब्रज के साधु और संतों में आक्रोश पनपा था।

पिछले दिनों महापंचायत कर उनके ब्रज चौरासी कोस में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। रिपोर्ट दर्ज करने के लिए एसएसपी को प्रार्थना पत्र दिया गया। शनिवार को करीब दो बजे प्रदीप मिश्रा राधारानी से माफी मांगने उनके मंदिर पहुंचे हैं।
संत प्रेमानंद ने कहा था…

राधा केलिकुंज में शुक्रवार को धर्मरक्षा संघ प्रतिनिधि मंडल के सामने विचार रखते हुए संत प्रेमानंद ने कहा, प्रदीप मिश्रा खुद को शास्त्र का ज्ञानी समझता है। वह किशोरीजी के बारे में कुछ नहीं जानते। चेतावनी भरे लहजे में संत प्रेमानंद ने कहा यदि श्रीजी के विषय में वो कुछ भी जानना चाहता है, तो हमारे सामने वृंदावन की रज में बैठें। हम कुछ भी नहीं बोलेंगे, मौन रहेंगे और उन्हें श्रीजी का ज्ञान प्राप्त हो जाएगा।

संत प्रेमानंद महाराज ने कहा, कि प्रदीप मिश्रा हमारा भाई है, उसने जो त्रुटि की है, उसके लिए माफी मांग ले, तो मामला सुलझ जाएगा। उसने क्षमा न मांगकर बहुत बड़ी भूल की है। संत और ब्रजवासियों को उसकी वाणी से जो कष्ट हुआ है, उसे भगवान भी क्षमा नहीं करेंगे और उसे दंड भुगतना ही पड़ेगा।

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