बिहार-नवादा की तिलैया नदी में डूबे पांच बच्चे, तीन को लोगों ने बाहर निकाला
नवादा.
नवादा के तिलैया नदी में नहाने के दौरान डूबने से दो बच्चों की मौत हो गई। जबकि, तीन बच्चे बाल-बाल बच गए। इसमें एक की हालत नाजुक बनी है, जिसका इलाज अस्पताल में किया जा रहा है। यह घटना रविवार को नवादा जिले के मेसकौर प्रखंड क्षेत्र में हुई। दोनों मृतक देवरा गांव के थे। बताया जाता है कि रविवार को दिन के करीब 11 बजे देवरा गांव के कुछ बच्चे पास से गुजरी तिलैया नदी में नहाने गए थे।
पहली बारिश के बाद नदी में आई पानी का बहाव को देखकर बच्चों का नहाने का मन किया। इसके बाद बच्चे नहाने के लिए तिलैया नदी में चले गए। नहाने के दौरान ही बच्चे गहरे पानी में चले गए। बच्चों को डूबता देख आसपास रहे लोगों ने बचाने का खूब प्रयास किया। तीन बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। लेकिन, दो बच्चों की मौत हो गई। मरने वालों में शिव कुमार चौधरी का 10 वर्षीय पुत्र सतीश कुमार उर्फ कारू और प्रवीण कुमार का पुत्र 11 वर्षीय पुत्र प्रिंस राज शामिल हैं। एक बच्चे की हालत थोड़ी नाजुक बताई गई है, जिसका इलाज अस्पताल में चल रहा है।
बालू खनन से जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे बने
बच्चों की मौत के बाद उनके घरों में कोहराम मचा हुआ है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। मेसकौर थाना की पुलिस सूचना के बाद घटनास्थल पर पहुंचकर दोनों बच्चों के शव को बरामद कर लिया है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा। बता दें कि शनिवार की शाम से जिले में मानूसन की बारिश हो रही है। सकरी, तिलैया, ढांढर, खुरी सहित प्रायः नदियों में पानी का बहाव शुरू हो गया है। इन नदियों में बालू के अवैध खनन से जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे बप गए हैं। ऐसे में जान-माल का खतरा हमेशा बना रहता है। प्रतिवर्ष बरसात के दिनों में इस प्रकार की घटनाएं होती है। सरकार व प्रशासन नदियों में जाने से लोगों को मना करती है, लेकिन इसका असर होता नहीं है। जिसका परिणाम देवरा जैसी घटनाएं सामने आती है।