राजस्थान-भरतपुर की महिला की मौत, हाथरस हादसे का लोगों ने बताया आंखों देखा हाल
भरतपुर.
कल हाथरस जिले के फुलरई गांव में साकार हरि बाबा का सत्संग के दौरान मंगलवार को हुए हादसे में राजस्थान के भरतपुर और डीग जिले की तीन महिला घायल हो गईं, जिसमें से डीग जिले की घायल महिला ने अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। जानकारी के मुताबिक भरतपुर और डीग से 800 से अधिक लोग इस सत्संग में शामिल होने गए थे।
मिली जानकारी के अनुसार फुलरई गांव में साकार हरि बाबा का सत्संग में शामिल होने के लिए एक बस गई थी, बाकी लोग अपनी छोटी गाड़ियों से गए थे। सत्संग में हुई भगदड़ के दौरान भरतपुर की दो और डीग जिले की एक महिला घायल हो गई, जिनमें से से डीग जिले के कुम्हेर थाने के गांव साबोरा निवासी राजेन्द्री पत्नी परसादी जाटव ने अस्पताल में इलाज कर दौरान दम तोड़ दिया। इसके अलावा मलाह गांव की एक महिला रानी घायल हो गई, उसे एटा के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डीग-कुम्हेर विधायक डॉ. शैलेश दिगम्बर ने बताया कि मृत महिला के शव को कुम्हेर अस्पताल थोड़ी देर में लाया जाएगा, जहां महिला का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। सत्संग में गए सुल्तान सिंह ने बताया कि सत्संग के समापन के बाद जब बाबा वहां से निकल गए तो लोग उनके दर्शन और सड़क पर पड़े पैरों के निशान को छू रहे थे। इस दौरान वहां भगदड़ मची और कुछ लोग दलदल में फंस गए। जो लोग दलदल में फंसे हुए थे, उनके ऊपर से लोग निकलते चले गए। इन लोगों ने बताया कि सत्संग में करीब 1 लाख के आसपास भीड़ थी। एक महिला सत्संगी ने बताया कि हम सत्संग के बाद एक पेड़ के नीचे खड़े हो गए थे, कुछ पुलिस वाले एक लड़की को भीड़ में से निकालकर ला रहे थे और हमने पूछा तो कहा गर्मी के कारण यह बेहोश हुई है। हम लोग वहां से निकलने वाले थे तो उसी जगह कुछ लोग मौत की बात कह रहे थे लेकिन हमने उनकी बातों पर विश्वास नहीं किया और वहां अग्निशमन भी आई थी तो सोचा कहीं आग लग गई होगी। जब हम लोग अपनी गाड़ियों में बैठ गए तब मोबाइल पर हमें हादसे के बारे में जानकारी मिली।
हाथरस के हादसे से हिंडौन का कनेक्शन
हिंडौन के मंडावरा, कैलाश नगर, बडकापुरा, रेवई, जाटव बस्ती से सत्संग में 100 से अधिक महिला-पुरुष गए थे। घायलों में मंडावरा के गोपीपुर की रहने वाली अर्चनादेवी जाटव भी घायल हुई हैं। पूरी घटना का आंखों देखा हाल बताते हुए प्रत्यक्षदर्शी अर्चना के पति वीरसिंह जाटव की आंखों में आंसू आ गए। फिलहाल शहर के एक निजी अस्पताल में अर्चना देवी को भर्ती कराया गया है। ज्ञातव्य है कि हाथरस के फुलरई गांव में आयोजित नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग में मची भगदड़ में 122 लोगों की मौत हो गई थी।