लिमिट से ज्यादा देसी शराब पीने से 8 लोगों की मौत, 7 साल का बच्चा भी मृतकों में शामिल
भुवनेश्वर।
ओडिशा के मलकानगिरी जिले के दो गांवों में पिछले 15 दिनों में अधिक शराब पीने के कारण 8 लोगों की मौत हो गई है। मरने वालों में 7 साल का एक बच्चा भी शामिल है। राज्य के इस आदिवासी बहुल जिले के अधिकारियों का कहना है कि देसी शराब के अधिक सेवन के कारण लीवर और किडनी खराब हो गई थी। इन कारणों से इन लोगों की मौत हुई है। आपको बता दें कि मथिली प्रखंड के हलदीकुंड गांव में एक 7 वर्षीय आदिवासी बच्चे की टांगों में सूजन के कारण मौत हो गई। इससे पहले इसी गांव में अब तक छह लोगों की मौत हो चुकी है। एक ग्रामीण का कहना है कि गांव में अभी भी कई लोग बुखार से पीड़ित हैं। इसके कारण पूरे गांव में दहशत है। वहीं, मलकानगिरी के मुख्य जिला चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य अधिकारी प्रफुल्ल नंदा का कहना है कि पुरानी शराब पीने से अज्ञात बीमारी हुई और इसने 8 लोगों की जान ले ली है।
उन्होंने कहा, "एक मरीज की जांच के दौरान हमें मौत के कारण का पता चला। ग्रामीण अस्पतालों और ट्रस्ट के डॉक्टरों के पास जाने से हिचक रहे थे। इसके कारण उनकी स्थिति बिगड़ती चली गई। मैंने व्यक्तिगत रूप से प्रभावितों गांव का दौरा किया है। मरीज पैरों और पेट में सूजन की शिकायत कर रहे थे। 70 व्यक्तियों के ब्लड, यूरिन और लीवर की जांच की गई। इस इलाके के पानी के सैंपल का भी परीक्षण किया गया है। लक्षणों से हमें लगता है कि देसी शराब के अधिक सेवन के कारण अधिकांश मौतें हुई हैं।"
सीडीएमओ ने दावा किया कि बच्चे भी शराब का सेवन कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "शराब के अधिक सेवन से लीवर फेल हो जाते हैं। अस्पताल में इलाज करा रहे एक 4 साल के बच्चे में भी इसके लक्षण दिखे हैं। उसकी मां की भी मौत अधिक शराब के सेवन से हुई थी।" आपको बता दें कि सितंबर 2020 में इसी ब्लॉक के दो गांवों में कम से कम 10 आदिवासियों के पैर और पेट में सूजन और लगातार बुखार की शिकायत के बाद मौत हो गई थी। डॉक्टरों के अनुसार ये मौतें शराब के कारण ही हुई थी।