November 25, 2024

उत्तर भारत में भारी बारिश का दौर जारी, UP में अगले पांच दिनों तक होगी भारी बारिश, उत्तराखंड में चेतावनी

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लखनऊ
उत्तर भारत में भारी बारिश का दौर जारी है। उत्तराखंड के लिए मौसम विभाग ने आज (रविवार) बहुत से बहुत भारी बारिश की डराने वाली चेतावनी जारी की है। लोगों को घरों के भीतर या फिर सुरक्षित जगहों पर ही रुकने के लिए कहा गया है। इसके अलावा, अगले पांच दिनों के लिए पूर्वोत्तर भारत, पश्चिमी तटों और उत्तर प्रदेश में बहुत भारी बारिश का अलर्ट है। पिछले 24 घंटे के दौरान, पूर्वी उत्तर प्रदेश, गोवा, कोंकण, उत्तराखंड, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी राजस्थान, बिहार, मध्य महाराष्ट्र, पूर्वी मध्य प्रदेश, गुजरात, पंजाब, हरियाणा, पू्र्वी राजस्थान, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा, पश्चिमी मध्य प्रदेश, विदर्भ, असम, मेघालय, तेलंगाना, केरल, माहे, इंटीरियर कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम में भारी बरसात हुई।

मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य भारत, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पूर्वी राजस्थान, जम्मू कश्मीर, लद्दाख, पंजाब, पश्चिमी राजस्थान में अगले पांच दिनों तक भारी बरसात होने वाली है। इसके अलावा, आंधी तूफान व बिजली कड़कने की भी चेतावनी जारी की गई है। इसके अलावा, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान में 7, 10 और 11 जुलाई, उत्तराखंड में 8, 10 और 11 जुलाई, पंजाब में आठ जुलाई, हरियाणा, चंडीगढ़ में 7 और 11 जुलाई, उत्तर प्रदेश में 8 और 9 जुलाई, मध्य प्रदेश में 7-11 जुलाई, विदर्भ, छत्तीसगढ़ में 7-9 जुलाई के बीच ज्यादा ही भारी बारिश होने की आशंका है। इसके अलावा, यूपी में 7, 10 और 11 जुलाई को बहुत भारी बरसात होने वाली है।

पूर्वोत्तर भारत के लिए क्या अलर्ट?
मौसम विभाग ने पूर्वोत्तर भारत के राज्यों के लिए भी अलर्ट जारी किया है। अगले पांच दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश व कई जगह तेज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा, आंधी तूफान व बिजली कड़कने की भी चेतावनी दी गई है। अरुणाचल प्रदेश में 7 और 11 जुलाई, बिहार में सात और आठ जुलाई, ओडिशा में आठ जुलाई, असम, मेघालय में 7, 10 और 11 जुलाई, नगालैंड, मणिपुर, त्रिपुरा में 7 से 11 जुलाई के बीच भारी बारिश होगी। अन्य राज्यों की बात करें तो कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र, केरल, माहे, लक्षद्वीप, तटीय कर्नाटक, मराठवाड़ा, गुजरात, तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, तेलंगाना, इंटीरियर कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, रायलसीमा में अगले पांच दिनों तक भारी बारिश होने की संभावना है।

यूपी में भारी बारिश से बढ़ा नदियों का जलस्तर, अनेक गांवों में बाढ़
उत्तर प्रदेश में मॉनसून के पूरी तरह सक्रिय होने के बीच नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है और कुशीनगर, बलरामपुर तथा श्रावस्ती जिलों के कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। राहत आयुक्त कार्यालय से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक कुशीनगर में गंडक नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है और खड्डा तहसील के 13 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। रिपोर्ट के अनुसार बाढ़ की वजह से जिले के नारायणपुर के एक टापू पर 66 लोग फंस गए थे जिनमें से अब तक 62 लोगों को निकाला जा चुका है बाकी को निकालने का काम जारी है। राप्ती नदी श्रावस्ती में खतरे के निशान को पार कर गई है। यहां 18 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। बाढ़ प्रभावित इलाकों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की एक और पीएसी की दो टीम तैनात हैं। जिले में 19 बाढ़ चौकियां स्थापित की गई हैं और राप्ती बैराज पर लगातार निगरानी की जा रही है। रिपोर्ट के मुताबिक श्रावस्ती जिले में शनिवार रात बाढ़ के पानी से घिरीं 12 श्रमिक महिलाओं और उनके बच्चों को बचाने के लिए अभियान चलाया गया और उन सभी को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया। तड़के करीब तीन बजे यह अभियान संपन्न हुआ।

भारी बारिश की चेतावनी के कारण चारधाम यात्रा रोकी गई
उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में सात और आठ जुलाई को भारी से बहुत भारी बारिश होने संबंधी मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मद्देनजर चारधाम यात्रा रविवार को अस्थायी रूप से रोक दी गई। गढ़वाल के आयुक्त विनय शंकर पांडे ने कहा कि तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यात्रा स्थगित करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि मौसम विभाग ने गढ़वाल मंडल में सात और आठ जुलाई को भारी बारिश होने का पूर्वानुमान किया है, इसके मद्देनजर सभी श्रद्धालुओं से आग्रह किया जाता है कि वे सात जुलाई को ऋषिकेश से आगे चारधाम यात्रा के लिए रवाना न हों। उन्होंने कहा कि जो श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर निकल चुके हैं उन्हें मौसम ठीक होने तक उसी स्थान पर रुकना चाहिए जहां वे अभी हैं। पिछले कुछ दिन से उत्तराखंड के विभिन्न भागों में भारी बारिश के कारण पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन हो रहा है तथा बद्रीनाथ जाने वाला राजमार्ग कई स्थानों पर पहाड़ी से नीचे गिर रहे मलबे के कारण अवरुद्ध हो गया है। चमोली जिले में शनिवार को भूस्खलन के बाद पहाड़ी से गिर रही चट्टानों की चपेट में आने से हैदराबाद के दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी। दोनों मोटरसाइकिल से बद्रीनाथ से लौट रहे थे। उत्तराखंड में नदियां भी उफान पर हैं।

 

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