धान उपार्जन हेतु पंजीयन आज से, कलेक्टर ने दिये सुचारू रूप से उपार्जन करने के निर्देश
रीवा
खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 में धान उपार्जन हेतु कृषक पंजीयन के लिये जारी उपार्जन नीति अनुसार किसान पंजीयन 15 सितंबर से 15 अक्टूबर तक प्रात: 9 बजे से शाम 7 बजे तक किया जायेगा। किसान पंजीयन हेतु जिले में पंजीयन केन्द्र बनाये गये है।
कलेक्टर मनोज पुष्प ने आज कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित उपार्जन संबंधी बैठक में निर्देश दिये कि व्यवस्थित ढंग से सुचारू पंजीयन कराने की सभी तैयारियाँ पूरी करें। उन्होंने निर्देशित किया कि रबी सीजन में जिस ढंग से जिले में व्यवस्थित उपार्जन हुआ है उसी अनुरूप खरीफ उपार्जन की व्यवस्थायें सुनिश्चित की जांय। उन्होंने कहा कि उपार्जन में किसी भी प्रकार की शिकायत पर कड़ी कार्यवाही की जायेगी। कलेक्टर ने वारदानों की उपलब्धता के बारे में जानकारी ली तथा निर्देश दिये कि उपलब्ध वारदानों का भौतिक सत्यापन करायें। उन्होंने कहा कि नवीन वारदानों की जो खेप प्राप्त हो उसमें वारदानों की क्वालिटी जरूर चेक करें। कलेक्टर ने उपार्जन एवं पंजीयन कार्य में संलग्न सभी विभागीय अधिकारियों को अपनी जिम्मेदारी का निष्ठापूर्वक निर्वहन करने के निर्देश दिये।
बैठक में अपर कलेक्टर शैलेन्द्र सिंह ने बताया कि किसान पंजीयन की प्रक्रिया ई-उपार्जन पोर्टल एवं एमपी किसान एप गिरदावरी एवं कियोस्क कामन सर्विस सेंटर/लोक सेवा केन्द्र पर एवं निजी व्यक्तियों द्वारा संचालित साइवर कैफे पर गिरदावार के आधार पर होगी। पंजीयन में पूर्व से पंजीकृत किसान एवं नवीन किसान पंजीयन जिसमें किसान की भूमि का रकबा, फसल एवं फसल की किस्म की जानकारी गिरदावरी से ली जायेगी। पंजीयन ओटीपी आधारित व्यवस्था से होगा। खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 में किसान पंजीयन सिकमी/बटाईदार अनुबंध ही मान्य होगे। उन्होंने कृषक से अपेक्षा की है कि पंजीयन की निर्धारित समयावधि में पंजीयन केन्द्र/गिरदावर एप से पंजीयन करायें। बैठक में उपार्जन से जुड़े विभागों के अधिकारी, समिति प्रबंधक तथा उपार्जन समिति के सदस्य उपस्थित रहे।