November 24, 2024

बिहार के पटना समेत आठ जिलों में आधी से भी कम बारिश, खेत सूखने से किसान परेशान

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पटना.

बिहार में धान रोपाई का सीजन धीरे-धीरे खत्म होता जा रहा है। ऐसे में किसानों की चिंताएं बढ़ती ही जा रही है। आषाढ़ और सावन महीने में वर्षा का नहीं होना बिहार में सुखाड़ के संकेत देने शुरू कर दिए हैं। बारिश और मौसम का सीजन जून और जुलाई का सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। ऐसी स्थिति में बिहार में मानसून की नाराजगी प्रदेश के लिए काफी चिंता का विषय है। कई जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है।

मौसम विभाग का मानना है कि बिहार में वर्षा के आसार बनते हैं लेकिन लगातार वह टूटता चला जा रहा है। राज्य के एक दो जिला को छोड़ दिया जाए तो लगभग सभी जिले इन दोनों भीषण सुखार की चपेट की ओर अग्रसर होता जा रहा है। बिहार के लगभग आठ जिलों की बात करें तो वर्षा का प्रतिशत 50 प्रतिशत से भी काम आंका गया है, जो राज्य के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। मौसम विभाग का मानना है कि आने वाले 48 घंटे में बिहार में मानसून में कोई खास परिवर्तन होता नहीं दिख रहा है और लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत नहीं मिलने जा रही है।

दरभंगा और गोपालगंज में सबसे अधिक गर्मी पड़ी
दूसरी तरफ प्रदेश के दरभंगा और गोपालगंज में अधिकतम तापमान 40.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किए गए। प्रदेश के अन्य जिलों के तापमान इस प्रकार रहे पटना 37.6, गया 35.9, भागलपुर 36.3, पूर्णिया 36.0, वाल्मीकि नगर 37.4, मुजफ्फरपुर 36.0, छपरा 36.2, सुपौल 37.0, फारबिसगंज 36.2, डेहरी 36.0, मधुबनी 35.4, मोतिहारी 38.0, शेखपुरा 37.3, जमुई 35.4, बक्सर 39.4, वैशाली 37.7, औरंगाबाद 38.1, बेगूसराय 37.1, बांका 36.5, कटिहार 35.1, नवादा 36.4, राजगीर 36.8, अररिया 35.6, जीरादेई 38.0, पूसा 36.0, किशनगंज 34.0, अरवल 37.7 और बिक्रमगंज 37.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किए गए।

48 घंटे में कोई खास मौसम परिवर्तन नहीं होने वाला
बिहार में भी वर्ष की कमी का संकट बना हुआ है। मानसून की इस बेरुखी से प्रदेश के कई हिस्सों में सुखार बनती  दिख रही है। आंकड़ों पर गौर करें तो राज्य में अभी तक 35% कम वर्षा हुई है। धान रोपाई के लिए कम वर्षा होना चिंता का विषय है। भभुआ, पटना, दरभंगा, मधेपुरा, सहरसा, समस्तीपुर, सारण एवं वैशाली में सामानों से 50% काम जबकि बक्सर जहानाबाद, कटिहार, लखीसराय, नालंदा, शेखपुरा एवं समस्तीपुर में 30% से भी कम वर्षा हुई। 24 घंटे में मानसून कमजोर एवं राज्य के एक या दो जगह पर हल्की बरसात दर्ज हुई है। अगर तापमान की बात करें तो पूरे प्रदेश में अधिकतम तापमान अपने सामान्य से एक से दो डिग्री सेल्सियस अधिक है एवं आद्रता की मात्रा 60% से अधिक रहा। वर्तमान परिदृश्य रडार एवं उपग्रह तस्वीरों एवं आज का न्यूमेरिकल मॉडल के अनुसार, बिहार पर अगले 48 घंटे में कोई खास मौसम परिवर्तन नहीं होने के आसार है। राज्य के एक एक दो स्थानों पर हल्की वर्षा एवं उमस भारी गर्मी से राहत मिलने का उम्मीद है।

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