लॉ एंड ऑर्डर पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच वार-प्रतिवार का खेल जारी, तेजस्वी ने घेरा तो जेडीयू ने कर दिया पलटवार
पटना
बिहार में लॉ एंड ऑर्डर पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच वार-प्रतिवार का खेल जारी है। प्रदेश में हो रही हत्या, लूट, बलात्कार जैसी वारदातों को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बार बार नीतीश कुमार और उनकी सरकार को कटघरे में खड़ा करते रहते हैं। सोशल मीडिया पर पोस्ट डाल कर तेजस्वी आंकड़े पेश करते रहते हैं। तेजस्वी यादव ने एक बार फिर बढ़ते अपराध को लेकर सरकार पर हमला किया। इस पर जेडीयू ने पलटवार कर दिया। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा है कि तेजस्वी यादव अभी तक लोकसभा चुनाव में करारी हार के सदमे से बाहर नहीं निकल पाए हैं। इसीलिए ऐसा बोल रहे हैं।
जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर पलटवार करते हुए कहा है कि कुर्सी की महत्वाकांक्षा में व्याकुल होकर वह अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं। लोकसभा चुनाव में मिली हार के सदमे से वे अब-तक उबर नहीं पाए हैं। उनके तमाम बयानों में हार की बौखलाहट और बेचैनी स्पष्ट झलक रही है। उमेश कुशवाहा ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा है कि नीतीश कुमार पर किसी भी तरह का व्यक्तिगत आरोप लगाने से पहले तेजस्वी यादव को अपने अंदर झांक कर देखना चाहिए। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पूरा देश यह जानता है कि निजी आकांक्षा की राजनीति लालू परिवार की पहचान है। अपने परिवार के लोगों को सेट करने में लालू और तेजस्वी की पूरी उर्जा लगी है। दूसरी ओर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्राथमिकता शुरू से ही जनआकांक्षाओं को पूरा करने की रही है। उन्होंने अपने 19 वर्षों के शासनकाल में इसको सिद्ध भी किया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि समाजवाद के नाम पर लालू परिवार ने अब तक बिहार की जनता को सिर्फ छलने का काम किया।
इससे पहले तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शुक्रवार को ट्वीट किया। उन्होंने कहा कि एक बार फिर बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर चिंता जतायी। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में अपराधियों और बलात्कारियों का मनोबल बढ़ा हुआ है। शुक्रवार को सोशल मीडिया एक्स पर ट्वीट कर उन्होंने पिछले 2-3 दिनों में राज्य में हुए अपराध की बड़ी घटनाओं का उल्लेख किया और इसे एक छोटी सी बानगी बताया।
श्री यादव ने दरभंगा में नाबालिग के साथ गैंगरेप की घटना का भी जिक्र किया और इस मामले में प्राथमिकी दर्ज किए जाने में चार दिन लगने और फिर उसके बाद अल्ट्रासाउंड कराने में चार और दिन लगाने की जानकारी दी। वहीं, मुजफ्फरपुर में नाबालिग के अपहरण, दुष्कर्म एवं हत्या, मधुबन में 19 वर्षीया लड़की की घर में घुस कर कुल्हाड़ी से काट कर हत्या, वैशाली में 27 वर्षीया महिला की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या करने की घटनाओं का भी उल्लेख किया।