क्यों हटाए जा रहे हैं बेयर हाउसिंग के मजदूर
एक लाख नौकरी का जुमला फिर मजदूरों को बाहर करने फैसले क्यों?
भोपाल
मध्य प्रदेश के वेयरहाउसिंग कारपोरेशन से 3 हजार मजदूरों को हटाने संबंधी फैसले की सुगबुगाहट सरकार की नीयत का खुलासा है।
प्रदेश कांग्रेस मीडिया उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने कहा है कि एक तरफ सरकार एक लाख नौकरियां देने का जुमला परोस रही है और दूसरी तरफ 3 हजार मजदूरों को बाहर करने का फैसला लेने जा रही है। जिनकी जगह पर ठेका मजदूरों को काम देने की मंशा व्यक्त की गई है ।यह फैसला दुर्भावनापूर्ण है और हजारों परिवारों को मोहताज करने वाला फैसला होगा।
गुप्ता ने कहा कि पहले ही श्रम पोर्टल पर मध्य प्रदेश के एक करोड़ 64 लाख मजदूर पंजीकृत हो चुके हैं जो हमारी प्रदेश की आबादी का 25 प्रतिशत हैं और अगर कार्य करने योग्य आबादी का विचार करें तो लगभग 70 प्रतिशत रोजगार योग्य आबादी मजदूरी करने तैयार है।
गुप्ता ने कहा कि क्या मध्यप्रदेश में इसीलिए इंजीनियरिंग कॉलेज खुले हैं मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं फार्मेसी कॉलेज खोले जा रहे हैं कि पढ़ लिख कर लोग मजदूरी करें । गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस इस तरह के फैसले का विरोध करेगी और वेयरहाउसिंग के मजदूरों का घर नहीं उजड़़ने देंगी।