Chandigarh University MMS वायरल कांड: दावा-आरोपी छात्रा ने अपना अश्लील वीडियो भेजा, किसी और का नहीं
चंडीगढ़
मोहाली की निजी यूनिवर्सिटी में छात्राओं के अश्लील वीडियो वायरल होने के मामले की कहानी पुलिस की प्राथमिक जांच में पलट गई। मोहाली के एसएसपी विवेकशील सोनी के अनुसार, प्राथमिक जांच के अनुसार, आरोपी लड़की ने सिर्फ अपना ही अश्लील वीडियो भेजा था। किसी और लड़की का कोई वीडियो नहीं बनाया गया है। अभी तक की जांच में हमें पता चला है कि आरोपी का सिर्फ एक ही वीडियो है। उसने किसी और का कोई अन्य वीडियो रिकॉर्ड नहीं किया है। इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और मोबाइल फोन को हिरासत में ले लिया गया है और फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा। हालांकि पूरे मामले की जांच जारी है।
दरअसल, मोहाली की नामी निजी यूनिवर्सिटी में शनिवार देर रात उस समय माहौल तनावपूर्ण हो गया, जब हॉस्टल में रही एक छात्रा ने अन्य छात्राओं के अश्लील वीडियो बनाकर शिमला में बैठे दोस्त के माध्यम से सोशल मीडिया पर वायरल करा दिए। जैसे ही छात्राओं को पता चला तो यूनिवर्सिटी में हड़कंप मच गया।
प्रदर्शन के दौरान एक छात्रा को हार्ट अटैक आ गया वहीं तीन छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई। पूरी रात यूनिवर्सिटी में न्याय दो न्याय दो के नारे गूंजते रहे। दिन चढ़ते चढ़ते मामला सुर्खियों में छा गया। पुलिस ने मामले में एमबीए की एक छात्रा को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद सरकार से लेकर राज्य महिला आयोग तक एक्शन में आया और जांच की बात कही।
इसके बाद एक वीडियो सामने आया जिसमें आरोपी छात्रा मान रही है कि उसने दोस्त के कहने पर यह वीडियो बनाए। वहीं जिस हॉस्टल में ये पूरा कांड हुआ, वह पहले बॉयज हॉस्टल था। इसे कुछ समय पहले ही गर्ल्स हॉस्टल में बदला गया था। पंजाब राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन मनीषा गुलाटी ने कहा कि इस पूरे मामले की सात दिन में सच्चाई सामने लाई जाएगी। इसके साथ ही हॉस्टल की वार्डन से भी पूछताछ होगी।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में एक लड़की ने कई छात्राओं के आपत्तिजनक वीडियो रिकॉर्ड करके वायरल किए हैं। ये बेहद संगीन और शर्मनाक है। इसमें शामिल सभी दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी। पीड़ित बेटियां हिम्मत रखें। हम सब आपके साथ हैं। सभी संयम से काम लें। वहीं केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता सोम प्रकाश ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण घटना बताया। उन्होंने कहा कि इस घटना में शामिल लोगों के खिलाफ पुलिस को गंभीर कार्रवाई करनी चाहिए ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। पंजाब के स्कूल शिक्षा मंत्री एचएस बैंस ने विश्वविद्यालय के छात्रों से शांत रहने की अपील की है और उन्हें आश्वासन दिया है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।