अलीगढ़ की मुस्लिम महिला BJP नेता ने PM मोदी के जन्मदिन पर काटा केक और खून से किया तिलक
अलीगढ़
तालानगरी अलीगढ़ में मौलानाओं के फतवों से बेपरवाह होकर गणेश चतुर्थी पर्व पर अपने घर में भगवान गणेश की प्रतिमा की स्थापना करने वाली रूबी आसिफ खान(Ruby Asif Khan) एक बार फिर चर्चा में हैं। अब चर्चा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 72वें जन्मदिन को लेकर है। अलीगढ़ के माबूदनगर की निवासी रूबी आसिफा खान ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 72वें जन्मदिन (PM Modi 72nd Birthday) पर अपने आवास में पीएम मोदी की फोटो लगाकर उनका जन्मदिन मनाया। इस दौरान उन्होंने पीएम नरेन्द्र मोदी की फोटो के सामने केक काटा और भाजपा की इस नेता ने अपने खून से फोटो पर तिलक भी लगाया।
रूबी आसिफ खान ने पीएम नरेन्द्र मोदी का जन्मदिन मनाने को लेकर कहा कि कल मैंने अपने आवास पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जन्मदिन मनाया है। मैंने खून से तिलक करने के बाद, केक काटा और उन्हें केक खिलाया। उपाध्यक्ष अलीगढ़ जय गंज महिला मोर्चा महानगर मंडल रूबी आसिफ खान ने कहा कि हम अपने सभी मुस्लिम भाइयों और बहनों के साथ, हम उनकी लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करते हैं। उनके स्वस्थ जीवन की कामना करते हैं। हम तो मानते है कि हमारी प्रार्थना से ईश्वर शुभकामनाएं पीएम मोदी के साथ है। उन्होंने कहा कि हमारी प्रार्थना है कि उनकी आयु लंबी हो और इसी तरह वे देश को आगे भी चलाते रहें। पीएम मोदी ने ही अपने प्रयास से आज देश के भेदभाव को समाप्त कर दिया है।।
उन्होंने आगे कहा कि उनके जैसा प्रधानमंत्री देश में ना कभी हुआ और न कभी होगा। उनका मानना है कि सभी चाहते हैं कि पीएम मोदी हमेशा एक जैसे रहें। उन्होंने तो हिंदुओं और मुसलमानों में भेदभाव नहीं किया और सभी भेदभाव की सीमाओं को समाप्त कर दिया।अलीगढ़ की रूबी आसिफ खान वही भाजपा नेता हैं जिन्होंने मुस्लिम होते हुए भी अपने घर में भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित कर विधि विधान से विसर्जित की थी। गणेश प्रतिमा स्थापित करने के बाद मौलाना ने उन पर हमला भी किया था और उनके खिलाफ फतवा भी लगाया था।
रूबी आसिफ ने उन फतवों की परवाह नहीं की। वह भगवान गणेश की मूर्ति को अपने घर लाईं। उसको स्थापित किया और रोज ही वहां पर पूजा भी होती थी। उसका परिवार सभी त्योहार मनाता है और उसके परिवार के सदस्यों ने मूर्ति लाने का विरोध नहीं किया। पूजा के बाद बुलंदशहर के नरौरा जाकर उन्होंने मूर्ति का विसर्जन भी किया था।