October 2, 2024

आचार्य प्रवर रामाधार की जयंती पर आयोजित हुए विविध कार्यक्रम

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  • युग पुरूष के पद चिन्हों पर चल कर जीवन को करें सफल श्रीमती रीती पाठक
  • गुरूदेव थें एक अवतारी पुरूष, भक्तों के कष्टो का करते थें हरण  अजय प्रताप सिंह

सीधी
 आचार्य प्रवर रामाधार चतुर्वेदी के जयंती पर देश के कोने कोने में निवासरत शिष्यों ने सभी की मंगल कामना हेतु आश्रम पहुॅच कर विशाल कार्यक्रम आयोजित कियें। जयंती को वृहद कार्यक्रम की रूपरेखा देते हुए पूरे पखवाड़े में जन हित से जुड़े कार्यक्रम आयोजित कर सेवा पखवाड़ा के रूप में मनाया गया।

आचार्य प्रवर रामाधार चतुर्वेदी के 96वें जन्म महोत्सव के अवसर पर नि:शुल्क वृहद स्वास्थ्य कैंप, फ्री हेल्थ कैंप, शतचंडी महायज्ञ का हवन पूर्णाहुति, गुरु पादुका पूजन, पौध रोपण, नि:शुल्क पुस्तक दान, वस्त्रदान के साथ ही उत्कृष्ट विद्यालय देवसर में एक भव्य और दिव्य विचार गोष्ठी पूज्य गुरुदेव के जीवन पर आधारित विचार भाव पुष्पांजलि शिर्षक से आयोजित किया गया।

कार्यक्रम के समापन अवसर पर मंच पर विराजमान अतिथियों नें गुरुदेव के जीवन पर प्रकाश डालते हुए सारगर्भित उद्बोधन दिया, बड़ी संख्या में रोगियों को नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर में विशेषज्ञ चिकित्सकों की उपस्थिति में इलाज और दवा वितरण किया गया। उत्कृष्ट विद्यालय देवसर और कन्या विद्यालय देवसर में 12वीं कक्षा में प्रथम स्थान करने वाले छात्र छात्रा को विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी आचार्य रामाधार गोल्ड मेडल प्रदान किया गया एवं महाप्रसाद एवं सह भोज का भव्य आयोजन संपन्न हुआ।

उक्त अवसर पर 15 दिन तक चलने वाले विभिन्न प्रकार के आयोजनों में पूज्य गुरुदेव के जन्म उत्सव कार्यक्रम में जन जन के द्वारा किए गए सहयोग, सौहार्द, सौमन्यस्यता साथ ही प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष सहयोग के प्रति आचार्य रामाधार सेवा संघ परिवार के द्वारा कृतज्ञता और आभार प्रगट किया गया।

जिसमें विशेष रुप से राज्यसभा सांसद कार्यक्रम के मुख्य समाहारक वक्ता अजय प्रताप सिंह, कार्यक्रम की मुख्य अतिथि सीधी संसदीय क्षेत्र की लोकप्रिय सांसद श्रीमती रीति पाठक, आचार्य रामाधार सेवा संघ के संरक्षक दुर्गा प्रसाद चतुर्वेदी, सीता शरण चतुर्वेदी, तुलसीदास चतुर्वेदी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग संघचालक पुष्पराज सिंह, चिंतामणि तिवारी, ज्ञानेंद्र द्विवेदी, गुरुदत्त शरण शुक्ल सहित अन्य विराजमान रहें।

कार्यक्रम के दौरान सीधी की सांसद श्रीमती रीति पाठक ने अपने उद्बोधन में कहा कि युग पुरूष के पद चिन्हों पर चल कर हम सब अपने जीवन को सफल कर सकते हैं। वहीं सांसद अजय प्रताप सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि गुरूदेव एक अवतारी पुरूष थें।

वे पल पल शिष्यों के कष्टों का हरण करते रहे हैं। इसी क्रम में आये हुए अतिथियों ने क्रमश: गुरू की महिमा और प्रभु की कृपा पर बड़े ही सारगर्भित ढंग से प्रकाश डाला, जिसे सुन कर सभी भक्तों एवं श्रोताओं में भक्ति भाव का संचार हुआ।

कार्यक्रम में ये रहें मौजूद
एक पखवाड़े तक लगातार चले जन सेवा के कार्यो में यॅू तो प्रतिदिन सैकड़ो भक्तों एवं धर्म प्रेमियों के द्वारा यथा संभव श्रद्वा सुमन अर्पित किया गया साथ ही विशेष तौर पर प्रणव पाठक, हिंदू विश्वविद्यालय के प्राध्यापक प्रोफेसर राकेश सिंह, विनय त्रिपाठी, कोलकाता से पधारे कमलेश तिवारी, थाना प्रभारी बरगवां आर पी सिंह, राजीव सिंह कैप्टन बिहार, प्राध्यापक आरपी सिंह सीधी, डॉक्टर आरबी सिंह प्राध्यापक सीधी, सचेन्द्र द्विवेदी संघ सचिव, डॉक्टर देवेंद्र त्रिपाठी, डॉ राकेश गौतम, विनय सिंह चौहान, श्रीमती अंजू पाठक, जय शंकर द्विवेदी, पुनीत पांड प्राचार्य, अरुण चतुर्वेदी देवसर, प्राचार्य कन्या विद्यालय सपरिवार, गुण निधान पांडे सेवानिवृत्त एसडीओ फॉरेस्ट, राजेश पांडे शिक्षक विद्यालय देवसर, प्राचार्य उत्कृष्ट विद्यालय देवसर, शिव शंकर मिश्र वैद्य, डॉक्टर शिवार्चन शुक्ल देवसर, वीरेंद्र प्रताप सिंह, अंशुमान सिंह, कुलदीप सिंह, राजेंद्र सिंह, रिचा सिंह ऑनर हीरो एजेंसी, नागेंद्र सिंह, श्रीमती शालिनी सिंह, श्री कामता प्रसाद चतुर्वेदी, भूपेंद्र सिंह हीरो एजेंसी परसोना सिंगरौली, शशि दुबे, अनुसूया प्रसाद पाठक, मोहम्मद साबिर सेवानिवृत्त शिक्षक देवसर, केके द्विवेदी बीआरसीसी, त्रयंबक चतुर्वेदी प्राचार्य, दया शंकर चतुर्वेदी, पशुपतिनाथ चतुर्वेदी, नर्मदेश्वर चतुर्वेदी, चंद्रमौली चतुर्वेदी, ज्ञानेश्वर चतुर्वेदी, पूर्णानंद चतुर्वेदी, विमलेश्वर चतुर्वेदी, अतुलेश चतुर्वेदी एवं उनके मित्र गण, महेंद्र दया निधान चतुर्वेदी, आशु चतुर्वेदी,चतुर्वेदी सिंगरौली, सत्येंद्र अशोक चतुर्वेदी, राजेंद्र चतुर्वेदी, शंभू चतुर्वेदी, ओम प्रकाश चतुर्वेदी, कैलाश चतुर्वेदी, प्रमोद चतुर्वेदी, संतोष शुक्ला, महेंद्र द्विवेदी, कृष्ण गोपाल द्विवेदी, नीरज द्विवेदी देवसर, सचिन पाठक देवसर, शिवम पाठक देवसर, अर्जुन यादव देवसर समेत बड़ी संख्या में देश के कोने कोने से आए हुए गुरुदेव के शिष्यों और गणमान्य जन प्रतिनिधियों, विभिन्न क्षेत्रों की लब्ध प्रतिष्ठित विभूतियॉ मौजूद रहें।

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