November 24, 2024

राजस्थान-भीलवाड़ा में माइनिंग माफिया की गुंडागर्दी, जांच टीम से धक्का-मुक्की कर अवैध बजरी से भरा डंपर ले भागे

0

भीलवाड़ा/उदयपुर.

उदयपुर माइनिंग विभाग के निर्देशन में काम कर रही इस टीम ने प्रताप नगर थाना क्षेत्र में एक अवैध बजरी से भरे डंपर को रोकने का प्रयास किया, लेकिन माफियाओं ने टीम के साथ धक्का-मुक्की कर मौके से फरार होने की कोशिश की। इस घटना के बाद, माइनिंग विभाग की टीम ने राज्य कार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज कराया है।

राजसमंद खनिज विभाग के सहायक अभियंता नवीन अजमेरा ने बताया कि उदयपुर माइनिंग विभाग के निर्देश पर 5 सदस्यीय टीम के साथ वह भीलवाड़ा पहुंचे थे। टीम में सहायक अभियंता नवीन अजमेरा के साथ सीनियर फॉरमेन तौसीफ अहमद, धर्मपाल सिंह और एक गार्ड भी शामिल थे। टीम को सूचना मिली थी कि प्रताप नगर थाना क्षेत्र में एक अवैध बजरी से भरा डंपर गुजरने वाला है। सूचना मिलते ही टीम ने तुरंत ट्रांसपोर्ट नगर इलाके में पहुंचकर कार्रवाई की योजना बनाई। जब डंपर को आते देखा गया, तो टीम ने उसे रुकवाने का प्रयास किया। लेकिन डंपर चालक ने टीम को चकमा देकर डंपर को भगाने की कोशिश की। टीम ने डंपर का पीछा करना शुरू किया, लेकिन माफियाओं ने रास्ते को अवरुद्ध करने की नीयत से डंपर को बीच सड़क पर ही खाली कर दिया। इस बीच, टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद डंपर को रोकने का प्रयास किया, लेकिन इसी दौरान अन्य माफिया सदस्य स्कॉर्पियो गाड़ी में सवार होकर मौके पर पहुंचे और उन्होंने टीम के साथ धक्का-मुक्की और बदसलूकी की। इस अप्रत्याशित हमले के बावजूद, माइनिंग विभाग की टीम ने साहस का परिचय देते हुए कार्रवाई जारी रखी और स्कॉर्पियो वाहन को जप्त कर लिया। हालांकि, बजरी माफिया डंपर को लेकर मौके से भागने में सफल रहे। टीम ने प्रताप नगर थाने में इस घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई, जिसमें राज्य कार्य में बाधा डालने और टीम के साथ मारपीट का मामला शामिल है।

उल्लेखनीय है कि भीलवाड़ा में अवैध बजरी माइनिंग एक गंभीर समस्या बन चुकी है, और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देश पर चलाए जा रहे इस अभियान के तहत सख्त कार्रवाई की जा रही है। प्रदेश भर में अवैध माइनिंग के खिलाफ सख्ती बरतने के लिए विशेष सतर्कता टीमें बनाई गई हैं, जो लगातार कार्रवाई कर रही हैं। बावजूद इसके, माफियाओं की बढ़ती गुंडागर्दी और उनकी काली कमाई की ललक ने स्थिति को और भी गंभीर बना दिया है। इस घटना के बाद, स्थानीय प्रशासन और पुलिस बल को और सतर्क कर दिया गया है। प्रताप नगर थाने में दर्ज इस मामले के आधार पर पुलिस माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में है। जप्त किए गए वाहन और अन्य साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है, और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कदम उठाए जाएंगे। खनिज विभाग के अधिकारियों ने इस घटना के बाद कहा कि वे अवैध माइनिंग के खिलाफ अपनी कार्रवाई को किसी भी सूरत में नहीं रोकेंगे। इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए और भी सख्त कदम उठाए जाएंगे, ताकि राज्य में अवैध माइनिंग पर पूरी तरह से रोक लगाई जा सके। इस घटना के बाद भीलवाड़ा के नागरिकों में भी रोष है। स्थानीय निवासियों ने माफियाओं की इस हरकत की निंदा की और सरकार से अवैध माइनिंग के खिलाफ और सख्त कार्रवाई की मांग की है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed