November 12, 2024

गुजरात को बारिश से मिलेगी राहत, PAK की तरफ शिफ्ट होगा डीप डिप्रेशन, IMD ने दी जानकारी

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भुज
गुजरात में पिछले तीन दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है, जिसकी वजह से अधिकांश जिले बाढ़ की चपेट में हैं और कई लोगों की मौत की खबर भी सामने आई है. हालांकि, इसी बीच मौसम विभाग की तरफ से एक राहत भरी खबर सामने आई है. IMD के मुताबिक, गुजरात के लिए आज यानी 28 अगस्त की शाम तक सबसे बुरा समय समाप्त हो जाएगा, क्योंकि कल सुबह गहरा दबाव पाकिस्तान की तरफ बढ़ जाएगा. सौराष्ट्र और कच्छ व उत्तरी गुजरात क्षेत्रों पर मंडरा रहा गहरा दबाव आज शाम तक प्रभावित क्षेत्रों से बाहर निकलने की उम्मीद है.

गुजरात को मिलेगी भारी बारिश से राहत

मौसम विभाग (IMD) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 6 घंटों से 10 किमी प्रति घंटे की गति से पश्चिम की ओर बढ़ रहा मौसम तंत्र आज सुबह तक सौराष्ट्र और कच्छ के ऊपर मौजूद था. यह स्थिति गुजरात के भुज के उत्तर-उत्तरपूर्व में, गुजरात के नलिया से लगभग 120 किमी पूर्व-उत्तरपूर्व में और पाकिस्तान के कराची से लगभग 320 किमी पूर्व-दक्षिणपूर्व में स्थित है.

जैसे-जैसे यह तंत्र आगे बढ़ता रहेगा, इसके धीरे-धीरे पश्चिम-दक्षिण पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र को पार करने का अनुमान है. कल यानी 29 अगस्त की सुबह तक इसके सौराष्ट्र और कच्छ के तटों, पाकिस्तान के समीपवर्ती क्षेत्रों व उत्तरपूर्वी अरब सागर तक पहुंचने का अनुमान है. इससे पता चलता है कि गुजरात को प्रभावित करने वाली प्रतिकूल मौसमी स्थितियों का प्रभाव आज शाम तक काफी कम हो जाएगा.

इसके साथ ही मध्य प्रदेश के उत्तरी क्षेत्रों और उससे सटे दक्षिणी उत्तर प्रदेश में स्थित एक और कम दबाव का क्षेत्र कम हो गया है. पिछले कुछ दिनों से गुजरात के निवासियों को चुनौतीपूर्ण मौसम का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन गहरे दबाव के पाकिस्तान की तरफ शिफ्ट होने से राहत मिली है. वहीं दूसरी तरफ राज्य सरकार और मौसम एजेंसियां ​​सतर्क हैं और समय पर सलाह जारी कर रही हैं. इसके अलावा वे प्रभाव को कम करने के लिए आवश्यक तैयारियां भी कर रही हैं.

कल सुबह तक गहरे दबाव के पाकिस्तान और अरब सागर में शिफ्ट होने के साथ गुजरात में सबसे बुरा समय बीतता दिख रहा है, जिससे राज्य धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में लौट सकता है. हालांकि, जब तक सिस्टम पूरी तरह से क्षेत्र से बाहर नहीं निकल जाता तब तक लगातार निगरानी और आधिकारिक सलाह का पालन करना जरूरी है.

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