पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के पदों की संख्या 49 से बढ़ाकर कर दी 60
रायपुर
पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय प्रबंधन ने प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती के लिए पदों से संख्या बढ़ा दी है। पिछले वर्ष सितंबर में 49 पदों के लिए विज्ञापन निकाला गया था, जिसे बढ़ाकर अब 60 कर दिया गया है। इसके लिए अगले सप्ताह तक नया विज्ञापन जारी होने की संभावना है। जो अभ्यर्थी पहले आवेदन कर चुके हैं, उन्हें दोबारा नहीं करना पड़ेगा, क्योंकि पिछली बार जिन विषयों के लिए भर्ती होनी थी, उसमें कोई बदलाव नहीं हुआ है।
पहले प्रोफेसर के आठ, एसोसिएट प्रोफेसर के 22 और असिस्टेंट प्रोफेसर के 19 पद थे। अब प्रोफेसर के 10, एसोसिएट प्रोफेसर के 25 और असिस्टेंट प्रोफेसर के 25 पद हैं। जानकारी के अनुसार, पिछली बार 49 पदों के लिए वैकेंसी निकली थी, लेकिन इसमें से भूगोल का एक पद घटाया जा रहा है। इस तरह से पहले के 48 और अभी के 12 मिलाकर कुल 60 पद हैं।
विश्वविद्यालय के अधिकारियों का कहना है कि जो पुराने आवेदन हैं वह मान्य हैं। उन्हें दोबारा फार्म भरने की जरूरत नहीं है, लेकिन उम्मीदवार के पास कोई अतिरिक्त दस्तावेज जैसे- रिसर्च पेपर, अनुभव या अन्य है तो उसे जमा कर सकेंगे।
इन 24 विषयों के लिए होगी भर्ती
पीआरएसयू में 24 विषयों के लिए भर्ती होगी। इसमें भूगोल, समाजशास्त्र, इतिहास, प्रचीन भारतीय इतिहास एवं संस्कृति और पुरातत्व, कम्प्यूटर साइंस, साहित्य और भाषा, अर्थशास्त्र, फिजिक्स एंड एस्ट्रोफिजिक्स, फिलासिफी एंड योगा, इलेक्ट्रानिक्स एंड फोटोनिक्स, आप्टोइलेक्ट्रानिक्स एंड लेजर टेक्नोलाजी, बायो साइंस, एमबीए, बायो टेक्नालाजी, मैथ्स, फार्मेसी, एंथ्रोपोलाजी, विधि, रीजनल स्टडीज, भूगर्भ शास्त्र, सेंटर फार बेसिक साइंस, हिन्दी, साइंस, लाइब्रेरी इन्फार्मेशन और स्टेटिस्टिक्स विषय शामिल हैं।
पीआरएसयू में पिछले वर्ष निकली भर्ती के लिए अलग-अलग विषयों के लिए 375 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। सबसे ज्यादा हिंदी विषय के लिए आवेदन मिले थे। हिंदी में असिस्टेंट प्रोफेसर के चार पद थे। इसके लिए 100 से ज्यादा आवेदन मिले थे।
यूजीसी विनियमन 2018 के अनुसार होंगी भर्तियां
ये भर्ती यूजीसी विनियमन 2018 के अनुसार होगी। इसमें यूजीसी से निर्धारित स्कोर कार्ड को आधार बनाया जाएगा। यह स्कोर कार्ड 100 नंबर का होता है। शैक्षणिक रिकार्ड, शोध पत्र, अनुभव समेत अन्य के लिए नंबर निर्धारित रहते हैं। इसके अनुसार मेरिट सूची बनेगी। साक्षात्कार के माध्यम से भर्ती की जाएगी।