मेरठ और आसपास कहीं झमाझम बारिश तो कहीं खिली धूप
मेरठ
मानसून के अंतिम दौर में शुक्रवार तक लगातार दो दिनों तक हुई बारिश ने मौसम को सुहावना बना दिया था। तापमान में भी ठीक-ठाक गिरावट आई थी। शनिवार को कहीं-कहीं पर हल्की बूंदाबांदी हुई थी। संडे को दिनभर तेज धूप की रही।
आसमान पर बादल
सोमवार को भी दिन की शुरुआत आसमान पर बादलों के साथ हुई। बुलंदशहर में बारिश हुई। वहीं मेरठ में रविवार को अधिकतम तापमान 33.3 और न्यूनतम तापमान 20.1 डिग्री सेल्सियस रहा। आर्द्रता अधिकतम प्रतिशत 83 न्यूनतम प्रतिशत 61 दर्ज किया गया।
कहीं झमाझम बारिश तो कहीं बूंदाबांदी
वहीं बुलंदशहर में मौसम ने सोमवार को फिर एक बार करवट बदली है। सुबह से ही अनूपशहर, डिबाई, दानपुर, शिकारपुर, ऊंचागांव और छतारी क्षेत्र में झमाझम बारिश हो रही है। जबकि नगर, खुर्जा, सिकंदराबाद और गुलावठी में हल्की बूंदाबांदी हुई। दानपुर और छतारी क्षेत्र में नाले ओवरफ्लो हो गए और सड़कों पर गंदा पानी बहा। इससे बाजार भी देर से खुलने की संभावना है।
तापमान में भी गिरावट
विद्यार्थियों को स्कूल जाने में परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि मौसम की बेरुखी नगर, खुर्जा, सिकंदराबाद और गुलावठी ब्लॉक क्षेत्र में जारी रही। यहां आसमान में बादल छाए हुए। हालांकि बारिश से तापमान में 3 से 4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है। अमूमन सुबह के समय 29 से 31 डिग्री सेल्सियस रहने वाला तापमान सोमवार को 27 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विद रामानंद पटेल ने बताया की आगामी 24 घंटे में अच्छी बारिश होने की प्रबल संभावना है इससे तापमान में भी गिरावट आएगी।
शामली और बागपत में छाए बादल
शामली में दो दिन तक निकली तेज धूप के बाद सोमवार सुबह फिर से बादल छाए हुए हैं। इससे मौसम सुहाना बना हुआ है। दिन में बूंदाबांदी होने की संभावना मौसम विभाग द्वारा जताई गई है। बता दें कि दो दिन पहले लगातार रिमझिम वर्षा हुई थी। उसके बाद से लगातार मौसम के मिजाज में बदलाव हो रहा है। वहीं बागपत में सुबह से आसमान में छाये काले बादल।
रिमझिम फुहारों ने बदला मौसम
बता दें कि सितंबर माह में सावन भादो की तरह बरसात की झड़ी लगी है। शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन रिमझिम बरसात का दौर जारी रहा था। बारिश शनिवार को भी होगी लेकिन तीव्रता में गिरावट रहेगी। रिमझिम फुहारों से मौसम पूरी तरह बदल गया है। लेकिन शनिवार को सुबह बादलों के बीच ही खिली धूप निकली, हालांकि बारिश होने की उम्मीद जताई जा रही थी, लेकिन हल्की बूंदाबादी ही हुई।
तापमान में भी कमी
बरसात से मौसम खुशनुमा हो गया। लोग बरसात का आनंद लेते नजर आये। लेकिन जलभराव होने से आम जन और से स्कूली बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ा। शुक्रवार को अधिकतम तापमान सामान्य से छह डिग्री कम 26.4 डिग्री रहा। पश्चिम उप्र में अभी तक मानसून बरसात सामान्य से 45 प्रतिशत कम हुई है। दो दिनों की मौसममें कुछ सुधार होगा।
24 घंटे में 160 मिलीमीटर
गुरुवार की सुबह 7.30 बजे से शुक्रवार शाम 5.30 40 मिलीमीटर वर्षा हो चुकी थी। मानसून सीजन के अंतिम पखवाड़े में वर्षा होने से अब सामान्य 45 प्रतिशत कम वर्षा के औसत में सुधार होने की संभावना है। मेरठ ही नहीं वर्षा का प्रसार दिल्ली, मेरठ समेत पश्चिम उप्र के कई जनपदों और लखनऊ और कानपुर तक बना हुआ है। लखनऊ में भारी वर्षा देखने को मिली है 24 घंटे में 160 मिलीमीटर हुई।
मेरठ में आसमान साफ
वहीं मेरठ में आसमान में सुबह के समय बादल छाए रहे। हालांकि जैसे जैसे दिन निकला आसमान साफ हो गया। सोमवार को न्यूनतम तापमान 25. 2 दर्ज किया गया यह सामान्य से दो डिग्री अधिक था। मौसम विभाग में बारिश की संभावना नहीं जताई है। वहीं सहारनपुर के कई स्थानों पर रिमझिम रिमझिम बारिश की फुआरों से ठंड का अहसास होने लगा है। अगेती धान की फसल पक कर तैयार है, बारिश ज्यादा होने से किसानों की चिंता बढ़ सकती है।
मुजफ्फरनगर में आसमान में छाए बादल
वहीं मुजफ्फरनगर में मौसम में बदलाव जारी है। सोमवार सुबह के समय वायुमंडल में हल्का कोहरा छाया रहा। आसमान में बादल से सुबह 10 बजे तक धूप नहीं निकली। बीते दिनों बारिश के चलते तापमान में गिरावट दर्ज की गई, जिसके चलते गर्मी से नागरिकों को राहत मिली है।