बिहार में 17 नहीं 16 दिनों का होगा ‘गया श्राद्ध’, पितृपक्ष मेला की तैयारियां देखने 7 को आएंगे सीएम नीतीश
गया.
विश्व प्रसिद्ध पितरों का महापर्व पितृपक्ष मेला 17 सितंबर से शुरू होगा और दो अक्टूबर को समापन होगा। पितृपक्ष मेला में आने वाले तीर्थयात्रियों की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन तैयारियों में जुटे हैं। पहले दिन पिंडदानी पुनपुना वेदी पर श्राद्ध करेंगे। गया श्राद्ध का आरंभ 18 सितंबर से होगा। इस बार तिथि के क्षय होने से गया श्राद्ध 17 नहीं बल्कि 16 दिनों तक ही होगा।
पूर्णिमा व प्रतिपदा का पिंडदान त्रिपाक्षिक श्राद्ध करने वाले पिंडदानी एक ही दिन करेंगे। हालांकि, 19 सितंबर के बाद से सभी वेदियों पर तिथि के मुताबिक ही कर्मकांड होंगे करेंगे। इस संबंध में आचार्य नवीन चंद्र मिश्र वैदिक ने बताया कि पंचांग देखने के बाद पता चला है कि इस बार गया श्राद्ध 17 नहीं बल्कि 16 दिनों का होगा।
किस दिन कहां होंगे श्राद्धकर्म –
17 सितंबर : पुनपुन या गोदावरी श्राद्ध, गया श्राद्ध का आरंभ
18 सितंबर: फल्गु, प्रेतशिला, रामकुंड, रामशिला, कागबलि, बहाकुंड श्राद्ध
19 सितंबर : उत्तरमानस, उदिची, कनखल, दक्षिण मानस, जिहालोल वेदी
20 सितंबर : बोधगया के मातंगवापी, धर्मारण्य और सरस्वती
21 सितंबर : ब्रह्मसत व कागवली
22 सितंबर : विष्णुपद, रुद्रपद व ब्रह्मपद
23 सितंबर: कार्तिकपद, दक्षिणाग्निपद, सूर्यपद, आहवीयाग्निपद
24 सितंबर : चंद्रपद, गणेशपद, दधीचि, संध्याग्निपद, आवसंध्याग्निपद
25 सितंबर : कनवद, मर्तगपद, क्रौंचपद, इंद्रपद, अगस्तयपद, काश्यपपद
26 सितंबर : सीताकुंड और रामगया
27 सितंबर : गयासिर और गयाकूप
28 सितंबर : मुंड पृष्ठा, आदि गया
29 सितंबर : भीमगया, गो प्रचार,गदालोल
30 सितंबर : फल्गु में तर्पण और पितरों की दीपावली
01 अक्तूबर : वैतरणी श्राद्ध, गौदान
02 अक्तूबर : अक्षयवट, शैव्यादान, सुफल
सात सितंबर को गया में रहेंगे मुख्यमंत्री —
17 सितंबर से गया जी में शुरू होने वाले विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला की तैयारियों का जायजा लेने सात सितंबर को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गया आ रहे है। मुख्यमंत्री को गया आने की सूचना पर जिला प्रशासन पितृपक्ष मेला की तैयारियों में तेजी आई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गया और बोधगया में चार स्थानों पर जाएंगे। पहला बोधगया बीटीएमसी में सोलर पैनल सिस्टम का उद्घाटन, विष्णुपद मंदिर के समीप स्थित देवघाट से बाइपास पुल तक बनाए गए पथ का उद्घाटन, सीताकुंड और समाहरणालय में अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे।