राजस्थान-अजमेर में एसओजी ने खंगाली कटारा की अलमारियां, पेपर लीक मामले में 6 घंटे चली पूछताछ
अजमेर.
पेपर लीक प्रकरण की जांच को लेकर एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) की टीम ने आज अजमेर स्थित राजस्थान लोक सेवा आयोग कार्यालय पर छापेमारी की। एसओजी की टीम निलंबित सदस्य बाबूलाल कटारा को लेकर आयोग कार्यालय पहुंची। कटारा के चेंबर और उससे जुड़ी सभी अलमारियों की जांच-पड़ताल की गई। टीम ने कटारा के समय आयोजित सभी परीक्षाओं की पत्रावलियों को भी सर्च किया, ताकि पेपर लीक मामले में नए सुराग हाथ लग सकें।
कटारा के चेंबर की सभी अलमारियों को पहले ही सील कर अलग कक्ष में सुरक्षित रखा गया था, जिन्हें आज एसओजी की टीम ने खोला और जांच शुरू की। एसओजी के अधिकारी आयोग के पूर्व सदस्य रामूराम राईका, उनके पुत्र देवेश राईका, पुत्री शोभा राईका और बाबूलाल कटारा को भी लेकर पहुंचे। टीम ने उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा 2021 पेपर लीक प्रकरण के संबंध में चारों से पूछताछ की। इसके अलावा, सिविल लाइन थाना पुलिस भी मौके पर मौजूद रही। कटारा से दो अलग-अलग चरणों में लगभग 6 घंटे तक पूछताछ की गई। आयोग कार्यवाहक अध्यक्ष कैलाश चंद मीणा और परीक्षा नियंत्रक आशुतोष गुप्ता शाम के समय कार्यालय से रवाना हो गए थे, लेकिन आयोग सचिव रामनिवास मेहता अंत तक मौके पर मौजूद रहे। पूछताछ के दौरान SOG को कई महत्वपूर्ण तथ्य मिले हैं, जिन्हें आधार बनाकर जांच को आगे बढ़ाया जाएगा। एसओजी ने मौके से कई दस्तावेज और पत्रावलियों को भी जब्त किया है। अब इन दस्तावेजों के आधार पर जांच और तेज की जाएगी और मामले की हर कड़ी को जोड़ने का प्रयास किया जाएगा। पेपर लीक मामले में एसओजी की जांच का यह कदम साफ संकेत देता है कि दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा और निष्पक्ष जांच के जरिए इस मामले के सभी पहलुओं को सामने लाया जाएगा। आयोग के सचिव रामनिवास मेहता ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि आज एसओजी की टीम आयोग कार्यालय पहुंची थी। जहां उन्होंने कक्ष की सीज अलमारियों की सीलो को जाँचा परखा, वही आयोग सचिव रामनिवास मेहता ने कहा की अभी तक एसओजी के द्वारा आयोग के किसी भी अधिकारी का कर्मचारी से पूछताछ नहीं की है ना ही कोई पुरानी भर्तियों को लेकर के पत्रावली मांगी है । वही एसओजी की कार्रवाई में आयोग पूरी तरह से सहयोग कर रहा है। वही एसओजी की टीम बाबूलाल कटारा से लगातार पूछताछ कर रही है। वही आयोग सचिव कुछ देर के लिए कार्यालय से बाहर गए थे लेकिन पुनः कार्यालय पर पहुंचे हैं। खबर लिखे जाने तक बाबूलाल कटारा एसओजी की टीम के साथ आरपीएससी में मौजूद थे।