6 महीने में 0-6 वर्ष के 107 बच्चो को मिला आयुष्मान भारत योजना से उपचार
सीधी
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ० आई. जे. गुप्ता के द्वारा आयुष्मान भारत योजना के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई उन्होंने कहा कि यह योजना दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना है जिसका उद्देश्य रुपए से स्वास्थ्य कवर प्रदान करना है। इस योजना के माध्यम से अत्यंत गरीब, कमजोर परिवारों को माध्यमिक एवं तृतीयक देखभाल अस्पताल में भर्ती के लिए प्रति परिवार प्रतिवर्ष 5 लाख है।
इस योजना में पात्र परिवारो हेतु सामाजिक-आर्थिक, जाति जनगणना और व्यवसायिक आधार पर ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में मानदंड निर्धारित किए गए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में जिस परिवार में 16 से 59 वर्ष की आयु वर्ग के भीतर कोई वयस्क पुरुष कमाने वाला सदस्य नहीं है, कच्चे-कच्चे दीवारों और छत के साथ एक कमरे में रहने वाले परिवार, मेहतर परिवार, भूमिहीन परिवार अपने परिवार की आय का एक बड़ा हिस्सा शारीरिक श्रम से कमाते हो, दिव्यांग एवं कोई सक्षम शरीर सदस्य घर में ना हो, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति, आश्रय हीन घर, बेसहारा, हस्त अपमार्जक, आदिम आदिवासी समूह, कानूनी रूप से छुड़वाए हुए बधुआ मजदूर एवं शहरी क्षेत्र में घरेलू नौकर, याचक, कूड़ा उठाने वाला, घर पर रहने वाले कारीगर, टेलर, स्वीपर हस्तशिल्प कार्यकर्ता, स्वच्छता कार्यकर्ता, माली, निर्माण श्रमिक, श्रमिक, पेंटर, वेल्डर, सुरक्षा गार्ड, कुली, धोबी, पलंबर, राजमिस्त्री, इलेक्ट्रीशियन, मैकेनिक, असेंबलर, मरम्मत कर्मचारी, परिवहन कर्मचारी, रिक्शा चालक, कंडक्टर, गाड़ी खींचने वाला, वेटर, दुकान कर्मचारी, सहायक चपरासी, वितरण सहायक, स्ट्रीट वेंडर, फेरीवाले, मोची के परिवार को शामिल किया गया है इसके अतिरिक्त जो परिवार खाद्यान्न पर्ची धारक और संबल कार्ड धारक है उनको भी इस योजना की पात्रता होती है।
वर्तमान में जिले के लोक सेवा केंद्रों और कॉमन सर्विस सेंटर तथा ग्राम रोजगार सहायक व संबद्ध शासकीय एवं निजी अस्पतालों में कार्ड बनाने की सुविधा प्रदान की जाती है। पात्र परिवार को आयुष्मान कार्ड बनवाने हेतु समग्र आईडी, राशन कार्ड, आधार कार्ड मोबाइल नंबर तथा नान आधार कार्ड बनाने के लिए जन्म प्रमाण पत्र, वोटर आईडी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, इनमे से कोई एक डॉक्यूमेंट आवश्यक होता है। कार्ड धारियों को आयुष्मान योजना से संबंधित शासकीय चिकित्सालय, महाविद्यालय एवं संबद्धित निजी चिकित्सालय में जांच, उपचार एवं भर्ती होने पर नि:शुल्क सुविधाएं प्रदान की जाती है।
आयुष्मान योजना के अंतर्गत 0 से 6 साल तक के बच्चों को कैसे लाभ मिलेगा इस बात की जानकारी सीएमएचओ सीधी डॉ० गुप्ता के द्वारा पृथक से बताते हुए कहा गया कि 0 से 6 माह के बच्चों का इलाज बच्चे के की मां के कार्ड से होता है, पिछले 6 महीने में जिला चिकित्सालय सीधी के अंतर्गत 0 से 6 महीने के 85 बच्चों को आयुष्मान योजना का लाभ दिया गया है। तथा 6 माह से 6 वर्ष के बच्चों हेतु कार्ड बनाने के लिए इस योजना के अंतर्गत संबद्ध समस्त स्वास्थ संस्थाओं में आयुष्मान मित्र के द्वारा बी आई एस आईडी के माध्यम से बिना फिंगरप्रिंट लगाए नान आधार आयुष्मान कार्ड बनाए जाते हैं। नान आधार केवाईसी में जन्म प्रमाण पत्र, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस एवं आधार लिंक मोबाइल नंबर पर प्राप्त ओटीपी व आइरिस मशीन के माध्यम से किया जाता है। जिला अस्पताल सीधी के अंतर्गत पिछले 6 महीने में 6 माह से 6 साल व उससे अधिक आयु के कुल 22 बच्चों को आयुष्मान योजना का लाभ दिया चुका है।