तीर्थदर्शन: 12 लोग बिछड़े, दूसरी ट्रेन से लेकर लौट रहे कर्मचारी
भोपाल
तिरुपति बालाजी तीर्थ दर्शन यात्रा के लिए गई ट्रेन में यात्रियों के दल से 12 लोग बिछड़ गए। इसकी जानकारी मिलने पर परिवारों से लेकर प्रशासन में हड़कंप मच गया। हालांकि बाद में सभी यात्री अलग-अलग जगहों पर मिल गए। इसके चलते ट्रेन करीब 10 घंटे लेट हुई।
मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना में रीवा, सतना, जबलपुर से तिरुपति बालाजी के दर्शन के लिए गई ट्रेन के यात्री तिरुपति में छूटने की खबर से सतना से तिरुपति तक खलबली मची रही। आनन फानन अफसरों की टीम सक्रिय हुई और अब जो यात्री छूट गए थे, उन्हें दूसरी टेÑन से मध्यप्रदेश लाया जा रहा है।
बताया गया कि तिरुपति बालाजी तीर्थ के लिए गए इन यात्रियों को प्रशासन द्वारा भेजी गई टीम के सदस्य काउंटिंग में नहीं रख पाए। 17 सितम्बर को एमपी से गई टेÑन में शुरुआती दौैर में 12 यात्रियों के गायब होने की सूचना स्थानीय प्रशासन को मिली। इसके बाद जब यात्रियों की खोजबीन शुरू हुई तो सात मिल गए और पांच फिर भी नहीं मिले। ऐसे में इन यात्रियों के इंतजार में टेÑन को दस घंटे तक रोककर रखा गया। बाद में कुछ और यात्री मिले पर सभी नहीं मिले तो तिरुपति में दो कर्मचारियों को छोड़कर बाकी यात्रियों को लेकर ट्रेन रवाना हो गई। इस बीच गायब यात्रियों के परिजनों को इसकी सूचना नहीं दिए जाने और सोशल मीडिया पर यात्रियों की सकुशल वापसी में लापरवाही की सूचना वायरल होने के बाद वहां रोके गए कर्मचारियों को फिर एलर्ट किया गया।
बाद में तीर्थ दर्शन योजना के प्रभारी संयुक्त कलेक्टर सुरेश यादव ने कहा कि सभी यात्री सुरक्षित हैं। Þसिर्फ एक बुजुर्ग महिला लापता थी जिसकी तलाश के लिए उसके पति और दो शासकीय कर्मचारियों को महिला की तलाश के लिए तिरुपति में छोड़ा गया। बाद में गुम हुई महिला यात्री सुमित्रा मिश्रा मिल गई जो मैहर की रहने वाली है। अब उसे और उसके पति को कर्मचारियों की टीम दूसरी टेÑन से लेकर सतना लौट रही है। बताया गया कि महिला अकेले दर्शन के लिए गई थी और वहां भटक गई। इस कारण ऐसी स्थिति बनी है।