November 28, 2024

मंडी बोर्ड में अनुज्ञा पत्र घोटाले की जांच में कछुआ चाल, कोई गिरफ्तारी नहीं

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भोपाल
मंडी बोर्ड में हुए दो सौ करोड़ के फर्जी अनुज्ञा पत्र घोटाले में 21 आरोपी कर्मचारियों के विरुद्ध गड़बड़ी करने के प्रमाण मिले है लेकिन सात साल बाद भी इनके विरुद्ध कोई अभी तक कोई निर्णय नहीं हो पाया है और इस मामले में सात वर्ष बाद भी किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। मंडी बोर्ड के फर्जी अनुज्ञा पत्र घोटाले में जिन 21 कर्मचारियों के विरुद्ध जांच चल रही है। उनमें कुछ के मामले न्यायालय में विचाराधीन होने के कारण उनकी विभागीय जांच स्थगित रखी गई है।

कई के जांच प्रतिवेदन अब तक नहीं मिलने के कारण उन पर सजा का अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। इसके चलते सात साल बाद भी इन मामलों में दोषी अफसरों से वसूली करने और उन्हें दंडित करने का फैसला नहीं हो पाया है। इनमें से कई अधिकारी को जांच के चलते ही सेवानिवृत्त भी हो चुके है।  कांग्रेस विधायक बाला बच्चन का कहना है कि इस मामले में सरकार लंबे समय से कार्यवाही न कर अफसरों को बचाने की कवायद में लगी हुई है। बार-बार जानकारी मांगने के बाद भी सरकार इस मामले में क छुआ चाल से काम कर रही है।

कहीं जांच प्रतिवेदन नहंी मिला तो कहीं जानकारी लेट
महिदपुर कृषि उपज मंडी समिति की तत्कालीन सचिव सविता सैयाम के प्रकरण में हानि की जानकारी आंचलिक कार्यालय इंदौर ने मई 2022 में उपलब्ध कराई है इसपर आगे कार्यवाही होना है। मंदसौर कृषि उपज मंडी समिति के तत्कालीन सचिव संजीव श्रीवास्तव के मामले में जांच प्रतिवेदन नहीं मिला। तराना मंडी समिति के तत्कालीन सचिव अश्विन सिन्हा और ग्रेडर प्रभारी सचिव प्रवीण चौहान, सतना मंडी समिति के तत्कालीन सचिव (अब सेवानिवृत्त)अरविंद कुमार ताम्रकार के मामले में अब तक जांच प्रतिवेदन ही जारी नहीं हो पाए है। रन्नौद कृषि उपज मंडी समिति के  रिटायर्ड सचिव अहिवरन सिंह भदौरिया, सेवानिवृत्त सचिव दरबार सिंह चौहान,शहडोल कृषि उपज मंडी समिति के तत्कालीन सचिव रामशरण सिंह के मामले में भी जांच प्रतिवेदन नहीं मिले है।

कोर्ट केस से रुकी विभागीय जांच
कृषि उपज मंडी समिति डबरा में पदस्थ मंडी निरीक्षक सीताराम शर्मा के खिलाफ भारतीय दंड संहिता प्रकरण कायम कर मामला ग्वालियर न्यायालय में पेश किया गया है। न्यायालय के निर्णय आने तक विभागीय जांच की कार्यवाही भी स्थगित रखी गई है। इसी तरह डबरा कृषि उपज मंडी के ही सहायक उप निरीक्षक खेमराज राजे, मंडी निरीक्षक निहाल सिंह के विरुद्ध विभागीय जांच की कार्यवाही स्थगित रखी गई है।

नोटिस का जवाब नहीं
डबरा मंडी समिति के तत्कालीन सचिव राकेश गौस्वामी के मामले में कारण बताओ नोटिस का जवाब अब तक नहीं आया है। भांडेर मंडी समिति में प्रतिनियुक्ति पर  मंडी निरीक्षक, प्रभारी सचिव के पद पर तैनात हरेन्द्र सिंह राठौर के मामले में अनुज्ञा पत्र सत्यापन के बाद अफसरों ने जवाब नहीं दिया। रन्नौद मंडी समिति में सेवानिवृत्त सचिव लक्ष्मीनारायण शर्मा के मामले में अधिकारियों का अभिमत नहीं मिला है।

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