सरकार को चीता इवेंट से बाहर निकल कर ,गौ माताओं की सुध लेनी चाहिए: कमल नाथ
भोपाल
मध्य प्रदेश में लंपी वायरस के बढ़ते प्रकोप की चपेट में पशुओं के आने को लेकर कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ ने बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि, सरकार पिछले कई दिनों से 'चीता इवेंट' में ही लगी रही, अभी यदि वो चीता इवेंट से बाहर निकल गयी है तो उसे गौ माताओं की सुध लेना चाहिए।
ज्ञात हो कि राज्य के बड़े हिस्से में लंपी वायरस ने पशुओं को अपनी गिरफ्त में लिया है। अब तक राज्य में सौ से ज्यादा पशुओं की मौत हो चुकी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आपात बैठक बुलाई तो दूसरी ओर कमल नाथ ने हमला बोला है।
कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ ने लंपी वायरस के बढ़ते प्रकोप को लेकर कहा, मध्यप्रदेश में लंपी वायरस का प्रकोप दिन- प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। प्रदेश के कई हिस्सों में गौमाताएं बड़ी संख्या में इस वायरस से संक्रमित होती जा रही है, साथ ही गौमाताओं की इस वायरस से तड़प-तड़प कर मौत भी हो रही है। समय रहते जो आवश्यक कदम सरकार को उठाने थे, वह उन्होंने अभी तक उठाये नहीं है।
पिछले दिनों श्योपुर जिले के कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से आए चीतों को विमुक्त किया गया है। इस पर कमल नाथ ने तंज कसते हुए कहा, सरकार तो पिछले कई दिनों से 'चीता इवेंट' में ही लगी रही, अभी यदि वो चीता इवेंट से बाहर निकल गयी है तो उसे प्रदेश में गौ माताओं की सुध लेनी चाहिए। प्रतिदिन इस वायरस से गौमाताओं की तड़प-तड़प कर हो रही मौत की तस्वीरें सामने आ रही हैं।
उन्होंने गौशालाओं की स्थिति पर सवाल उठाते हुए कहा, आज मध्य प्रदेश में गौशालाओं की, गौमाताओं की जो स्थिति है, सड़कों पर गौमाता प्रतिदिन दुर्घटना का शिकार हो रही है, उनको खाने का चारा तक नहीं मिल पा रहा है, गौशालाओं में अव्यवस्था का अंबार है, जिसके कारण प्रदेश में हजारों गौमाताओं की मौत की तस्वीरें अभी तक सामने आ चुकी है। उसको देखते हुए आज आवश्यकता है प्रदेश में गौ माताओं की, गौशालाओं की सुध लेने की लेकिन सरकार का पूरा ध्यान तो अभी गौ माताओं की बजाय चीता इवेंट पर ही लगा हुआ है।