मदद में भी वसूली, 1.89 करोड़ शिकायतें दर्ज हो चुकी सीएम हेल्पलाइन पर
मध्य प्रदेश शासन का दावा सीएम हेल्पलाइन पर मुफ्त में की जा सकती शिकायत, हकीकत 1 रुपए प्रति मिनट वसूल रहा एयरटेल.!!
छतरपुर
मध्य प्रदेश में 1.89 करोड़ शिकायतें सीएम हेल्पलाइन परदर्ज हो चुकी है l सरकार का दावा है कि सीएम हेल्पलाइन नंबर 181 सुविधा सभी मोबाइल धारकों के लिए मुफ्त है, लेकिन हकीकत इसके ठीक उलट है। एमपी-सीजी सर्किल में 1.53 करोड़ यानी करीब 20% हिस्सेदारी वाली एयरटेल, इस सुविधा के लिए ग्राहकों से ₹1 रुपए प्रति मिनट का चार्ज ले रही है। जबकि बाकी कंपनियां इस तरह का कोई शुल्क नहीं ले रही। यदि एयरटेल प्रीपेड उपभोक्ता के मोबाइल में बैलेंस नहीं है तो वह 181 नंबर पर कॉल नहीं लगा सकेगा। सरकार का कहना है कि ऐसी कोई भी वसूली अवैध है, वही एयरटेल के अधिकारी इसके लिए संचार मंत्रालय के एक आदेश की आड़ ले रहे हैं। प्रदेश में टोल फ्री सीएम हेल्पलाइन 181 की शुरुआत 2014 में हुई थी। सरकार का दावा था कि पुलिस कंट्रोल रूम (100), एंबुलेंस (108) आदि की तरह यह भी मुफ्त होगी। दूसरे मोबाइल ऑपरेटर यह सेवा मुफ्त दे ग्राहकों को सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज करने पर 5 से 10 रु. तक देना पड़ रहे हैं। मंथली टैरिफ के साथ-साथ अलग से बैलेंस जरूरी है। नहीं तो कॉल कट जाता है। छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कंपनी 181 के लिए कोई चार्ज नहीं वसूलती।
1.89 करोड़ शिकायतें दर्ज हो चुकी सीएम हेल्पलाइन पर राजस्थान-छत्तीसगढ़ में ऐसी वसूली नहीं हो रही l 1.89 करोड़ शिकायतें दर्ज हो चुकी सीएम हेल्पलाइन
मोबाइल में मंथली प्लान के अलावा कॉल के लिए बैलेंस न हो तो हेल्पलाइन 181 पर बात भी नहीं कर सकते उपभोक्ता l
17 सेकंड बात की, लेकिन कट गया एक रुपया
मप्र सीएम हेल्पलाइन के डायरेक्टर संदीप अस्थाना कहते हैं कि 181 एक टोल फ्री नंबर है। इसके लिए कोई भी मोबाइल सेवा प्रदाता, शिकायतकर्ता से शुल्क नहीं ले सकता। ट्राई के प्रावधान अलग-अलग राज्यों के लिए अलग कैसे हो सकते हैं। सभी जगह एक ही नियम होना चाहिए। कंपनी से बात कर हेल्फ लाइन पर हो रही इस अवैध वसूली पर तुरंत रोक लगाई जाएगी।