September 23, 2024

प्रसाद की गुणवत्ता: खजराना गणेश मंदिर के लड्डू और भोजन प्रसादी की शुद्धता जांच, देखिए क्या आई रिपोर्ट

0

इंदौर

देश में इन दिनों मंदिरों के प्रसाद की शुद्धता जांच पर सबकी नजरें टिकी हैं। तिरुपति लड्डू tirupati laddu विवाद के बाद से सभी मंदिर प्रबंधन प्रसाद की शुद्धता जांच करवा रहे हैं। इसी क्रम में खजराना गणेश मंदिर का लड्डू प्रसाद और भोजन प्रसादी भी जांचा गया। भारत सरकार की एजेंसी भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने वर्ष 2023-24 में मंदिर को हाइजीनिक सर्टिफिकेट दिया है। यानी यहां के दोनों प्रसाद शुद्ध हैं।

प्रसाद और अन्नक्षेत्र दोनों में पूरी शुद्धता
श्री गणपति मंदिर प्रबंध समिति खजराना के संचालक पं. अशोक भट्ट ने बताया अन्नक्षेत्र व लड्डू प्रसादी में लगने वाली सामग्री उच्च गुणवत्ता वाली उपयोग की जाती है। लड्डू बनाने के पहले घी, बेसन, शकर, ड्रायफ्रूट्स की क्वालिटी चेक की जाती है। इसी तरह अन्नक्षेत्र में भी तुअर दाल, चावल, मसाले, तेल, केसर, आटा व सभी सामग्री ब्रांडेड होने के साथ उपयोग से पहले परखी जाती है। वर्ष 2022-23 में मंदिर प्रबंधन ने 83 लाख 90 हजार 139 रुपए की सामग्री मानक नियमों के अनुसार खरीदी। इसी कारण एफएसएसएआई द्वारा समय-समय पर शुद्धता का प्रमाण पत्र दिया जाता रहा है। चालू वित्त वर्ष में भी प्रमाण पत्र मिला है।

श्री गणपति मंदिर प्रबंध समिति खजराना के संचालक पं. अशोक भट्ट ने बताया अन्नक्षेत्र व लड्डू प्रसादी में लगने वाली सामग्री उच्च गुणवत्ता वाली उपयोग की जाती है। लड्डू बनाने के पहले घी, बेसन, शकर, ड्रायफ्रूट्स की क्वालिटी चेक की जाती है। इसी तरह अन्नक्षेत्र में भी तुअर दाल, चावल, मसाले, तेल, केसर, आटा व सभी सामग्री ब्रांडेड होने के साथ उपयोग से पहले परखी जाती है।

वर्ष 2022-23 में मंदिर प्रबंधन ने 83 लाख 90 हजार 139 रुपए की सामग्री मानक नियमों के अनुसार खरीदी। इसी कारण एफएसएसएआई द्वारा समय-समय पर शुद्धता का प्रमाण पत्र दिया जाता रहा है। चालू वित्त वर्ष में भी प्रमाण पत्र मिला है।

    1 लाख लोग हर बुधवार दर्शन करने पहुंचते हैं
    25-30 हजार भक्त आम दिनों में जाते हैं
    3 लाख से ज्यादा भक्त त्योहारों पर दर्शन लाभ लेते हैं

4 हजार से अधिक श्रद्धालु यहां रोज लेते हैं भोजन प्रसादी अन्न क्षेत्र में रोज 4000 से अधिक श्रद्धालु दोनों समय भोजन प्रसादी लेते हैं। सुबह दाल, चावल, सब्जी, रोटी और खीर तो शाम को पनीर की सब्जी और खिचड़ी देते हैं। भोजन प्रसादी की गुणवत्ता को लेकर आज तक शिकायत नहीं आई। जहां तक श्रद्धालुओं की बात है, बुधवार को 1 लाख लोग दर्शन करने पहुंचते हैं वहीं अन्य दिनों में 25-30 हजार श्रद्धालु रोज आते हैं। त्योहारों पर आंकड़ा 3 लाख पार कर जाता है।

15 से 500 क्विंटल बिकते हैं मंदिर में अंदर 55 व बाहर 30 दुकानों के साथ ही समिति के 3 काउंटर से लड्‌डू प्रसाद बिकता है। बुधवार को 75 क्विंटल लड्‌डू बिकते हैं वहीं सप्ताह के अन्य दिनों में औसत 15 क्विंटल बिक्री होती है। प्रमुख त्योहार जैसे गणेश चतुर्थी, तिल चतुर्थी, 1 जनवरी को 500 क्विंटल तक लड्‌डू बिकते हैं। दुकानदारों को भी ताकीद करते रहते हैं कि वे गुणवत्ता से कतई समझौता नहीं करें। समिति सदस्यों द्वारा दुकानों पर बिक रहे लड्‌डू की आकस्मिक जांच भी की जाती है।

दुनियाभर के भक्तों को शुद्ध भोजन प्रसादी
अमर उजाला से बातचीत में अन्नक्षेत्र की प्रबंधक जया महा
जन ने बताया कि हर दिन यहां तीन हजार लोग भोजन प्रसादी ग्रहण करते हैं। लोग दान देते हैं जिससे यह सेवा कार्य चलता है। अभी 600 दानदाता हर साल 51 हजार रुपए का दान देते हैं। इसके अलावा हर दिन भी दानदाता मदद करते हैं। दानदाता स्वयं अपने हाथों से भक्तों को भोजन करवाते हैं। भोजन में दाल चावल सब्जी रोटी और खीर रहती है। दोपहर में कड़ी खिचड़ी रहती है। अन्नक्षेत्र 13 साल से यहां पर चल रहा है और दुनियाभर के भक्तों को भोजन प्रसादी कर रहा है।

आंकड़ों में मंदिर
3 हजार भक्त हर दिन भोजन प्रसादी ग्रहण करते हैं
1 लाख भक्त हर बुधवार दर्शन करने पहुंचते हैं
25-30 हजार भक्त आम दिनों में जाते हैं
3 लाख से ज्यादा भक्त त्योहारों पर दर्शन लाभ लेते हैं

कितने लड्डू बिकते हैं हर दिन
मंदिर में अंदर 55 व बाहर 30 दुकानें हैं। इसके साथ ही समिति के 3 काउंटर से लड्डू प्रसाद बिकता है। बुधवार को लगभग 75 क्विंटल लड्डू बिकते हैं वहीं सप्ताह के अन्य दिनों में औसत 15 क्विंटल लड्डू की बिक्री होती है। प्रमुख त्योहार जैसे गणेश चतुर्थी, तिल चतुर्थी, नववर्ष के दिन 500 क्विंटल तक लड्डू बिकते हैं। समिति के सदस्यों द्वारा दुकानों पर बिक रहे लड्डू की आकस्मिक जांच की जाती है जिससे दुकानदार भी क्वालिटी के लिए जागरूक रहते हैं। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed