लो प्रेशर एरिया से प्रदेश फिर होगा तरबतर,मुरैना, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में अतिभारी बारिश का अलर्ट
भोपाल
बंगाल की खाड़ी में बने लो प्रेशर एरिया से मध्यप्रदेश एक बार फिर से तरबतर हो गया है। इंदौर-जबलपुर, ग्वालियर समेत 30 से ज्यादा शहरों में दो दिन से बारिश हो रही है। यह सिलसिला तीसरे दिन गुरुवार को भी बने रहने के आसार है। मौसम वैज्ञानिकों की माने तो मुरैना, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले में अतिभारी बारिश हो सकती है। वहीं, इंदौर, भोपाल समेत शहर भी भीगेंगे।
22 सितंबर तक प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश होगी। लो प्रेशर एरिया की वजह से हो रही बारिश से अब तक अधिकांश जिलों में बारिश हुई है। गुरुवार को भी बारिश होगी।
इन जिलों में बारिश के आसार
मौसम विभाग ने मुरैना, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी जिलों में अति भारी बारिश होने के आसार जताए हैं। वहीं, नर्मदापुरम-ग्वालियर संभाग के साथ भिंड, श्योपुरकलां, विदिशा, रायसेन, बुरहानपुर, धार, सीधी, पन्ना, दमोह, सागर, डिंडोरी, रीवा, अनूपपुर, कटनी, जबलपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट जिले समेत रीवा, सागर, शहडोल, भोपाल, जबलपुर, उज्जैन और ग्वालियर संभाग में तेज और रिमझिम बारिश हो सकती है।
एमपी मौसम विभाग (MP Weather Update ) के मुताबिक, कम दबाव का क्षेत्र उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी एवं उड़ीसा उससे लगे पश्चिम बंगाल तट पर बना हुआ है। इस मौसम प्रणाली से दक्षिणी पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक एक ट्रफ भी बना हुआ है। कम दबाव का क्षेत्र दो दिन में और शक्तिशाली होने के बाद पश्चिम, उत्तर पश्चिम दिशा में उड़ीसा से आगे बढ़ेगा। इसके असर से प्रदेश भर में अगले तीन से चार दिन अच्छी बारिश होने की संभावना है। मानसून ट्रफ लाइन इस सिस्टम के बीच से होते हुए गुजर रही है और पश्चिमी विक्षोभ भी बना हुआ है, ऐसे में ग्वालियर चंबल में अच्छी बारिश के आसार है।
एमपी मौसम विभाग (MP Weather Update) के अनुसार, मध्यप्रदेश में अबतक साढ़े 44 इंच बारिश हो चुकी है। यह सामान्य से 22% ज्यादा है। कई जिलों में 40 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है, लेकिन बुंदेलखंड और बघेलखंड समेत प्रदेश के कुछ इलाकों में सामान्य से कम बारिश हुई है, संभावना है कि 3 दिनों में यह कोटा पूरा हो जाएगा।अगले 24 घंटे के दौरान ग्वालियर, पन्ना, सतना, जबलपुर, मंडला, बालाघाट, छतरपुर, सिवनी, कटनी और भिंड में भारी बारिश यानी ढाई इंच से ज्यादा पानी गिर सकता है।