November 16, 2024

प्रधानमंत्री जनमन योजना से गंगा कमार के परिवार को आवास के साथ मिला समग्र विकास का लाभ

0

रायपुर,

महासमुंद जिले की ग्राम पंचायत बकमा ग्राम कोना की रहने वाली श्रीमती गंगा कमार और उनके परिवार के लिए प्रधानमंत्री जनमन योजना किसी वरदान से कम नहीं साबित हुई है। श्रीमती गंगा ने बताया कि उनका परिवार लंबे समय से गरीबी और कठिन परिस्थितियों में जीवन यापन कर रहा था। उनके पति खेती मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करते थे और कच्चे मकान में रहने के कारण उनका जीवन और भी मुश्किल हो गया था।

प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत उन्हें एक पक्का घर मिला जिससे उनके सपने पूरे हुए। उन्होंने बताया कि जब उनका नाम प्रधानमंत्री जनमन योजना की आवास चयन सूची में आ गया है, तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। इस योजना के तहत उन्हें तीन किस्तों में धनराशि सीधे उनके बैंक खाते में भेजी गई और काम के आधार पर उन्हें कुशल मजदूरी का भुगतान भी किया गया। इससे उन्होंने अपने पक्के घर का निर्माण पूरा किया और अब वे उसी घर में अपने परिवार के साथ खुशी खुशी रहने लगी हैं।       
                                   
साथ ही गंगा को सरकार की अन्य योजनाओं का भी लाभ मिला है, जैसे कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत मुफ्त गैस कनेक्शन, महतारी वंदन योजना के तहत 1000 रूपए प्रतिमाह आर्थिक सहायता भी मिल रही है, जिससे उनके घर की अन्य ज़रूरतें पूरी हो रही हैं। बिजली कनेक्शन, पक्का शौचालय, नल कनेक्शन, किसान सम्मान निधि और सामाजिक सुरक्षा पेंशन राशि भी मिल रहा है।

आयुष्मान कार्ड से अब उनका परिवार स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ आसानी से उठा सकता है। बैंक खाते और आधार कार्ड के माध्यम से उन्हें सीधे सरकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है। उन्होंने बताया कि गांव में जीवन की बुनियादी सुविधाओं के लिए नल जल योजना और बिजली की सुविधा भी मिल रही है, जिससे उनके दैनिक जीवन की कठिनाइयां कम हुई हैं। सरकार की किसान सम्मान निधि योजना का लाभ भी उन्हें मिलता है। इन सभी योजनाओं ने उनके जीवन में व्यापक बदलाव आया है और उनके परिवार के लिए एक बेहतर और सुरक्षित भविष्य सुनिश्चित किया है। गंगा कमार ने प्रधानमंत्री जन-मन योजना के तहत मिले इस लाभ के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का आभार व्यक्त करती हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *