इस बार हिज्बुल्लाह को खत्म करके ही मानेगा इजरायल? प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा अब ये जंग लंबी चलने वाली है
तेल अवीव
इजरायल और हिज्बुल्लाह एक बार फिर आमने सामने हैं. वैसे ऐसा पहली बार नहीं है, इससे पहले भी इजरायल और हिज्बुल्लाह एक दूसरे से भिड़ चुके हैं. हर बार जंग का मैदान होता है, मिसाइलें दागी जाती हैं और फिर युद्ध रुक जाता है. लेकिन, इस बार का सीन कुछ अलग रहा है.
लग रहा है कि इस बार इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हिज्बुल्लाह को खत्म करने का ठान लिया है और अब ये जंग लंबी चलने वाली है. ऐसे में जानते हैं कि आखिर इजरायल और हिज्बुल्लाह के बीच कितनी बार जंग हो चुकी है और इस बार ऐसा क्यों माना जा रहा है कि लड़ाई आरपार की होने वाली है?
आखिर हिज्बुल्लाह और इजरायल भिड़ किस बात पर रहे हैं?
वैसे तो हिज्बुल्लाह का जन्म ही इजरायल के खिलाफ हुआ था. 1982 में स्थापित हिज्बुल्लाह का उद्देश्य शुरू में दक्षिणी लेबनान पर इजरायल के कब्जे को समाप्त करना था. ऐसे में ईरान की ओर से समर्थित हिज्बुल्लाह को इजरायल के खिलाफ खड़ा किया गया. साल 2006 में हिज्बुल्लाह और इजरायल के बीच भयानक जंग हुई थी, लेकिन फिर मामला ठंडा पड़ गया था.
साल 2023 में इजरायल और हिज्बुल्लाह की लड़ाई फिर से बड़े स्तर पर शुरू हुई और इसके बाद से दोनों एक दूसरे से भिड़ रहे हैं. अब साल 2023 की लड़ाई का बदला ही शायद इजरायल ले रहा है, जिस वजह से जंग जारी है.
2006 की जंग में क्या हुआ?
12 जुलाई 2006 को हिज्बुल्लाह ने इजरायल पर रॉकेट हमला कर दिया. इसके बाद हिज्बुल्लाह के लड़ाकों ने इजरायली सीमा में घुसकर तीन सैनिकों को मार डाला.फिर इजरायली सेना ने लेबनान में हमला कर दिया. 34 दिन तक चली इजरायल और हिज्बुल्ला की इस जंग में 1100 से ज्यादा लेबनानी नागरिक मारे गए थे. इजरायल के भी 165 नागरिकों की इसमें मौत हुई थी. इश जंग में लेबनान को भारी नुकसान हुआ था.
2023 से बढ़ गई दुश्मनी
दरअसल, 7 अक्टूबर 2023 को फिलस्तीनी आतंकी समूह हमास ने इजरायल पर हमला किया था. इसमें लगभग 1200 इजरायली नागरिकों की जान गई थी. 200 से अधिक लोगों के आतंकियों ने बंधक बनाया था. इसके जवाब में इजरायल ने गाजा पट्टी पर भीषण तबाही मचाई. इस वक्त हिज्बुल्लाह ने इजरायल पर काफी हमले किए थे और इजरायल के ठिकानों पर काफी नुकसान पहुंचाया था.
इसके बाद से इजरायल बदला लेने का प्लान बना रहा है और तब से दोनों में जंग जारी है. उस वक्त इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने भी चेतावनी दी थी कि अगर हिज्बुल्लाह इस लड़ाई में शामिल होने की गलती करता है तो उसे इसका पछतावा होगा.
क्या इस बार है आर-पार की लड़ाई?
लेबनान में पेजर अटैक के बाद से फिर से इजरायल और हिज्बुल्लाह के बीच जंग शुरू हो गई. अभी तक इजरायल की बमबारी में अब तक लेबनान में करीब 600 मौतें हुई हैं, जिनमें कई बच्चे भी हैं. इस बार आर-पार की लड़ाई इस वजह से मानी जा रही है, क्योंकि नेतन्याहू कोई भी समझौता करने के मूड में नजर नहीं आ रहे हैं.
दरअसल, अमेरिका-फ्रांस की ओर से 21 दिनों के सीजफायर का प्रस्ताव रखा गया था, लेकिन नेतन्याहू ने इसे नकार दिया है. नेतन्याहू का कहना है कि किसी भी हालत में इस जंग को नहीं रोका जाएगा और हिज्बुल्लाह पर उनकी ओर से बमबारी होती रहेगी.
इसके साथ ही इस बार इजरायल पेजर अटैक के बाद से लगातार अटैकिंग मूड में दिखाई दे रहा है. रिपोर्ट्स के अनुसार, इजरायल ने संकल्प लिया है कि जब तक वो हमास और हिज्बुल्लाह को मिटा नहीं देगा, तब तक युद्ध नहीं थमेगा. वहीं इजरायल काफी पहले से अटैक के मूड में नजर आ रहा है.
कुछ महीने पहले भी इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने लेबनान से युद्ध से छिड़ने के संकेत दिए थे. उस दौरान कहा गया था कि जल्द ही देश की उत्तरी सीमा पर सेना की अतिरिक्त टुकड़िंयां भेजी जाएंगी जिनमें हमलावर दस्ते भी शामिल होंगे. अब देखना है कि जब तक ये जंग जारी रहती है?