September 29, 2024

आज से 3 अक्टूबर तक पीयूष गोयल वाशिंगटन डीसी में 6ठी भारत-अमेरिका वाणिज्यिक वार्ता बैठक की सह-अध्यक्षता करेंगे

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वाशिंगटन
संयुक्त राज्य अमेरिका की वाणिज्य सचिव सुश्री जीना रायमोंडो के निमंत्रण पर, भारत सरकार के केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल  30 सितंबर से 3 अक्टूबर, 2024 तक संयुक्त राज्य अमेरिका की यात्रा करेंगे। पीयूष गोयल 2 अक्टूबर 2024 को सेकेट्री रायमोंडो के साथ भारत-अमेरिका सीईओ फोरम और 3 अक्टूबर 2024 को वाशिंगटन डी.सी. में होने वाली 6ठी भारत-अमेरिका वाणिज्यिक वार्ता की सह-अध्यक्षता करेंगे, जिसके दौरान दोनों पक्ष सतत् आर्थिक विकास उत्पन्न करने, व्यापार और निवेश माहौल में और सुधार लाने और भारतीय तथा अमेरिकी व्यापारिक समुदायों के बीच संबंधों को गहरा करने के तरीकों पर चर्चा करेंगे।

केंद्रीय मंत्री गोयल, प्रमुख अमेरिकी और भारतीय सीईओ और उद्योग जगत के प्रमुखों के साथ बातचीत करेंगे और भारत में निवेश के व्यापक अवसरों पर चर्चा करेंगे। यूएस-इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम द्वारा आयोजित एक गोलमेज सम्मेलन में व्यापार और उद्योग जगत के नेताओं के साथ उनकी बातचीत, भारत और अमेरिका की अर्थव्यवस्थाओं के बीच की शक्तियों का तालमेल और अधिक लाभ उठाने के तरीकों पर जोर देगी। वह यंग बिजनेस लीडर्स राउंडटेबल और भारत-अमेरिका रत्न एवं आभूषण व्यापार राउंडटेबल की भी अध्यक्षता करेंगे।

गोयल और सेकेट्री रायमोंडभारत और अमेरिका के बीच महत्वपूर्ण खनिज आपूर्ति श्रृंखलाओं के विस्तार और उनमें विविधता लाने के तरीकों पर भी चर्चा करेंगे। दोनों पक्ष एक समझौता ज्ञापन को लेकर वार्ता कर रहे हैं, जिसका मक़सद आवश्यक महत्वपूर्ण खनिज आपूर्ति श्रृंखलाओं को बढ़ाने और उनमें विविधता लाने तथा उनकी पूरक शक्तियों का लाभ उठाने के लिए द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाना है। केंद्रीय मंत्री गोयल, व्यापार नीति फोरम के तहत चल रहे सहयोग और दोनों देशों के बीच दोतरफा व्यापार को और बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए वाशिंगटन डीसी में यूएसटीआर राजदूत कैथरीन ताई से भी मुलाकात करेंगे।

केंद्रीय मंत्री की यात्रा से भारत और अमेरिका के बीच मजबूत और बढ़ते व्यापार और निवेश संबंधों को और गति मिलेगी। यह दोनों देशों के बीच व्यावसायिक जुड़ाव को प्रोत्साहित करेगा और दोनों पक्षों की प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में रणनीतिक साझेदारी को बढ़ावा देगा, जिसमें महत्वपूर्ण खनिज, आपूर्ति श्रृंखला को और मज़बूत बनाना, जलवायु और स्वच्छ प्रौद्योगिकी सहयोग की सुविधा, समावेशी डिजिटल विकास, मानक और अनुरूपता सहयोग तथा यात्रा और पर्यटन आदि शामिल हैं।

 

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