November 25, 2024

हिजबुल्लाह के खिलाफ जंग का आगाज कर चुके इजरायल ने आज लेबनान की राजधानी बेरूत को पहली बार दहलाया

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हिजबुल्लाह
हिजबुल्लाह के खिलाफ जंग का आगाज कर चुके इजरायल ने सोमवार की सुबह लेबनान की राजधानी बेरूत को पहली बार दहलाया। यहां इजरायली सेना आईडीएफ ने शहर की इमारत को उड़ा दिया। इस हमले में कम से कम चार लोगों के मारे जाने की सूचना है। फिलिस्तीनी उग्रवादी ग्रुप पीएफएलपी का कहना है कि हमले में उसके तीन नेता मारे गए। इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच बढ़ते संघर्ष में यह पहली बार है जब इजरायल ने लेबनान की राजधानी बेरूत में घुसकर रिहायशी इलाके पर हमला किया है।

इजरायली सेना का यह हवाई हमला बेरूत के कोला जिले में एक अपार्टमेंट की ऊपरी मंजिल पर हुआ। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, फिलिस्तीनी उग्रवादी समूह पॉपुलर फ्रंट फॉर द लिबरेशन ऑफ फिलिस्तीन (पीएफएलपी) ने कहा कि कोला जिले में इजरायली हमले में उसके तीन नेता मारे गए।

इससे पहले ऐसी भी रिपोर्टें आई थीं, जिनमें दावा किया गया था कि इस हमले में एक अन्य आतंकवादी संगठन अल-जमा अल-इस्लामिया (इस्लामिक समूह) के नेतृत्व को निशाना बनाया गया था, हालांकि संगठन ने इससे इनकार कर दिया है।

रविवार रात से बेरूत पर हवाई हमले
रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली सेना रविवार रात से बेरूत के रिहायशी इलाकों में ड्रोन अटैक कर रही है। इज़रायली अखबार हायोम ने इज़रायली सेना के हवाले से कहा कि बेरूत में बेका क्षेत्र में हमले कर रहे हैं। आईडीएफ का कहना है कि उसके लड़ाकू विमानों ने पिछले दो घंटों में बेका घाटी क्षेत्र में हिजबुल्लाह के दर्जनों ठिकानों पर हमले किए हैं। सेना ने यह भी कहा कि जिन स्थानों पर हमला किया गया उनमें रॉकेट लांचर और वे इमारतें शामिल थीं, जहां हिजबुल्लाह ने हथियार जमा कर रखे थे।

लेबनान संकट पर सामने आया सऊदी अरब
इजरायली सेना का हिजबुल्लाह पर हमले शुरू होने के बाद सऊदी अरब ने लेबनान संघर्ष पर अपनी "गहरी चिंता" व्यक्त की है। यूएई ने देश की "संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता" का सम्मान करने का आह्वान किया है। विदेश मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है, "सऊदी अरब लेबनान में हो रहे घटनाक्रम पर बड़ी चिंता के साथ नजर रख रहा है।" इसमें आगे कहा गया है, "सऊदी अरब अंतरराष्ट्रीय समुदाय से क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा की रक्षा के लिए अपनी जिम्मेदारी निभाने का आह्वान करता है, ताकि क्षेत्र और उसके लोगों को युद्ध के खतरों और त्रासदियों से बचाया जा सके।"

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