November 24, 2024

गहलोत कैंप के नेता सचिन पायलट की घेराबंदी के लिए परदे के पीछे हुए सक्रिय, पायलट आज सोनिया गांधी से मिलेंगे

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जयपुर
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद अपना पद छोड़े देंगे। सीएम गहलोत ने मुख्यमंत्री पद छोड़ने की पुष्टि कर दी है। ऐसे में सचिन पायलट सीएम पद के प्रबल दावेदार बताए जा रहे हैं। दावेदारी के बीच सचिन पायलट आज दिल्ली में सोनिया गांधी से मिल सकते है। सीएम पद के जितने भी दावेदार बताए जा रहे हैं। उनमें सचिन पायलट पहली पंसद बताए जा रहे हैं। क्या पायलट पर ही दांव लगेगा?।

पायलट समर्थकों को पूरा भरोसा है कि सोनिया गांधी सचिन पायलट के नाम पर अपनी मुहर लगा सकती है। सचिन पायलट कोच्चि में भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए है। माना जा रहा है कि पायलट आज दिल्ली आएंगे और सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे। किसी प्रकार के अप्रिय हालत न हो इसके लिए पायलट समर्थक सतर्क हो गए है। पायलट समर्थक चाकसू विधायक वेदप्रकाश सोलंकी ने पायलट समर्थकों से टि्वटर अकाउंट के जरिए किसी प्रकार के माहौल खराब नहीं करने की अपील की है। सचिन पायलट की सोनिया गांधी से मुलाकात की भनक लगते ही गहलौत कैंप के विधायक भी सक्रिय हो गए है। सीएम पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी और रघु शर्मा परदे के पीछे सक्रिय हो गए है।

सीपी जोशी के राहुल गांधी से मधुर संबंध
स्पीकर सीपी जोशी के राहुल गांधी से मधुर संबंध है। राहुल गांधी के बदौलत ही सीपी जोशी यूपीए सरकार में केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री  और रेलमंत्री बने थे। सीपी जोशी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी रह चुके हैं। बड़े ब्राह्मण चेहरा है। चर्चा है कि पायलट की काट के लिए सीपी जोशी को आगे किया जा सकता है।

रघु शर्मा फिलहाल गुजरात के कांग्रेस प्रभारी है। सीएम गहलोत के कहने पर ही रघु शर्मा को पीएम मोदी के गुजरात का प्रभारी बनाया गया। आपको बता दें सीएम गहलोत ने कांग्रेस सेवा दल की गौरव यात्रा का डूंगरपुर में प्रवेश करने पर ही आयोजित समारोह में कहा- रघु शर्मा को डेपुटेशन पर गुजरात भेजा है। रघु शर्मा ने मंत्री पद की चिंता नहीं की। हालांकि, रघु शर्मा के सामने बड़ी चुनौती गुजरात विधानसभा चुनाव है। रघु शर्मा गुजरात में कांग्रेस की फिल्डिंग जमा रहे हैं। ऐसे में शायद रघु शर्मा सीएम रेस से बाहर हो सकते हैं।

एससी-एसटी पर खेल सकते हैं दांव
गहलोत को यूं ही जादूगर नहीं कहा जाता है। गहलोत बाएं हाथ से करते है उसका दांए हाथ को पता नहीं चल पाता है। सीएम गहलोत पायट की काट के लिए एससी-एसटी वर्ग पर भी दांव खेल सकते हैं। आपको बता दें ऐसा ही दांव सीएम गहलोत 25 जनवरी 2003 को चला था। गहलोत ने दो उपमुख्यमंत्री बनाए। जाट बैंक साधने के लिए कमला बेनीवाल और एससी वोट बैंक साधने के लिए बनवारी लाल बैरवा को उपमुख्यमंत्री बनाया था।

मान जा रहा है कि गहलोत इस बार ऐसा ही दांव फिर चल सकते हैं। पायलट को फ्री हैंड न मिले इसके लिए दो उपमुख्यमंत्री राजस्थान में बनाए जा सकते हैं। पूर्वी राजस्थान में एससी-एसटी वोट बैंक को साधने के लिए सीएम गहलोत अपने वफादार PWD मंत्री भजनलाल जाटव और स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीना पर दांव खेल सकते हैं। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2018 के चुनाव में पूर्वी राजस्थान को 39 सीट मिली थी। जबकि बीजेपी को शोभारानी कुशवाह के रूप में धौलपुर से एक सीट मिली थी।

सोनिया गांधी से मुलाकात अहम मानी जा रही है
चर्चा है कि सचिन पायलट शुक्रवार को कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे। उनसे आगे के निर्देश प्राप्त करेंगे। कांग्रेस पार्टी में पलपल बदल रहे घटनाक्रम के बीच सोनिया गांधी और सचिन पायलट की मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है। संभवत इस मुलाकात में सचिन पायलट राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद शुरू हुई राजनीतिक उठापटक को लेकर सोनिया गांधी को ब्रीफ कर सकते हैं। कांग्रेस पार्टी में तेजी से बदल रहे घटनाक्रम के बीच सोनिया गांधी और सचिन पायलट की मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है।

पायलट कैंप के विधायक सक्रिय
पायलट खेमे के विधायक वेदप्रकाश सोलंकी ने ट्वीट कर लिखा- सभी साथियों से निवेदन है कि धैर्य एवं संयम बनाएं। सच्चाई की जीत होगी। हमारे नेता सचिन पायलट को उनकी मेहनत का फल जरूर मिलेगा। हमें आलाकमान पर पूरा भरोसा है। इसलिए कोई भी साथी सोशल मीडिया पर कुछ भी अनावश्यक पोस्ट व कमेंट न करें।  आपको बता दें सोशल मीडिया पर पायलट समर्थकों ने सचिन पायलट को सीएम बनाने की मुहिम चला रखी है। कही बार उत्साह में पायलट समर्थक ऐसी पोस्ट कर देते हैं। जिससे दांव उल्ट पड़ जाता है। 

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