देश के 60 हवाई अड्डों पर सामान्य सुरक्षा के लिए निजी सिक्योरिटी गार्ड तैनात होंगे
नई दिल्ली :
केंद्र सरकार के फैसले के अनुरूप देश के 60 हवाई अड्डों पर निजी सुरक्षा एजेंसी (PSA) के कुल 1924 सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया जा रहा है. इनकी तैनाती गैर-प्रमुख ड्यूटी करने वाले केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के कर्मियों के स्थान पर की जाएगी. इस निर्णय से सुरक्षा व्यय में कमी आएगी और सीआईएसएफ कर्मियों को अन्य हवाई अड्डों पर तैनात किया जा सकेगा, जिससे सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत हो सकेगी. इस फैसले से नए घरेलू और अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों के संचालन में अधिक मदद मिलेगी.
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) ने 45 हवाई अड्डों पर गैर-प्रमुख पदों पर पुनर्वास महानिदेशालय (DGR) की ओर से प्रायोजित सुरक्षा एजेंसियों के 581 सुरक्षा कर्मियों को नियुक्त किया है. इन सुरक्षा कर्मियों को चयनित हवाई अड्डों पर विमानन सुरक्षा (AVSEC) प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरा करने के बाद तैनात किया जाएगा.
आज से 16 हवाई अड्डों के लिए 161 डीजीआर कर्मी एवीएसईसी प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भाग लेंगे. उन्हें प्रशिक्षण पूरा करने के बाद तैनात किया जाएगा. कोलकाता हवाई अड्डे पर 9 सितंबर से पहले एवीएसईसी प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेने के बाद 74 डीजीआर सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है. बाकी सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की प्रक्रिया चल रही है.
सीआईएसएफ के पदों को खत्म किया
हवाई अड़्डों पर सीआईएसएफ के 1,900 जवानों को हटाया गया है। वहां सीआईएसएफ के तीन हजार पदों को खत्म कर दिया गया है। अभी 65 हवाई अड्डों पर सीआईएसएफ के 29,000 जवान तैनात हैं। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, इससे एएआई का खर्च कम होगा। दरअसल सीआईएसएफ के जवानों के मुकाबले निजी सुरक्षा गार्डों की सैलरी कम है। उम्मीद है कि निजी सुरक्षा गार्डों की सेवाएं लेने से विमानन सुरक्षा खर्च घटेगा। अभी हवाई अड्डे सीआईएसएफ की सुरक्षा के खर्च को वहन करते हैं और इसे मुसाफिरों से विमानन सुरक्षा शुल्क के तौर पर वसूला जाता है। अभी घरेलू मुसाफिरों से विमानन सुरक्षा शुल्क 160 रुपये और विदेश से आने वाले मुसाफिरों से 12 डॉलर वसूले जाते हैं। जानकारों के मुताबिक, निजी एजेंसी गार्ड की तैनाती से संबंधित लागत की हवाई अड्डों को प्रतिपूर्ति की जाएगी।
सीआईएसएफ की ही रहेगी जिम्मेदारी
जानकारों के मुताबिक, हवाई अड्डे के मुख्य क्षेत्र की सुरक्षा की जिम्मेदारी प्रमुख रूप से सीआईएसएफ पर ही रहेगी। इनमें अपहरण विरोधी इंतजाम और 'पैरीमीटर' सुरक्षा शामिल है। निजी एजेंसी के गार्डों को प्रशिक्षण पूरा करने के बाद ही तैनात किया जा रहा है। सीआईएसएफ के कमांड संचालन व उनके नियंत्रण के तहत निजी सुरक्षा एजेंसी के कर्मी रहेंगे। उन्हें सीआईएसएफ का प्रशिक्षण पूरा करने के बाद तैनात किया जा रहा है।
सुरक्षाकर्मियों को किया जा रहा तैनात
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर निजी सुरक्षा एजेंसी की सेवाएं ली गई हैं। उन्हें तैनात करने की प्रक्रिया जारी है।