पूर्ववर्ती नगर निगम स्कूलों के श्रेष्ठ 75 शिक्षक – शिक्षिकाओं का हुआ सम्मान
रायपुर
महापौर एजाज ढेबर ने नगर निगम रायपुर की पूर्ववर्ती शालाओं के श्रेष्ठ शिक्षकों को हर वर्ष 5 सितंबर को सम्मानित करने की घोषणा की। नगर पालिक निगम रायपुर के मुख्यालय भवन महात्मा गाँधी सदन के सामान्य सभा सभागार में नगर निगम रायपुर की पूर्ववर्ती शालाओं के श्रेष्ठ 75 शिक्षक – शिक्षिकाओं का नगर निगम के खेलकूद एवं युवा कल्याण विभाग की ओर से स्मृति चिह्न एवं प्रमाणपत्र प्रदत्त करके महापौर एजाज ढेबर ने निगम सभापति प्रमोद दुबे, निगम खेलकूद एवं युवा कल्याण विभाग के अध्यक्ष जितेन्द्र अग्रवाल, निगम संस्कृति विभाग के अध्यक्ष आकाश तिवारी, नि:शक्तजन स्कूल के संचालक, वरिष्ठ समाज सेवक एवं रायपुर प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष प्रकाश शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार वीरेन्द्र शर्मा की उपस्थिति में सम्मानित किया।
छत्तीसगढ़ के राजगीत के सामूहिक गान के तत्काल पश्चात महापौर एजाज ढेबर ने विद्या की प्रतीक देवी माँ सरस्वती सहित देश के महान शिक्षक पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के छायाचित्र पर माल्यार्पण करके शिक्षक सम्मान समारोह का शुभारम्भ किया। महापौर ढेबर ने पूर्ववर्ती निगम स्कूलों के शिक्षक – शिक्षिकाओं को सराहा एवं कहा गुरू राष्ट्र एवं समाज का वास्तविक निमार्ता होता है। गुरूजी ही सभी बच्चों को ज्ञान, संस्कार,उज्जवल चरित्र की शिक्षा प्रदान करते है एवं उनके जीवन को सही दिशा प्रदान करने का सबसे महत्वपूर्ण कार्य करते है। महापौर ने कहा कि वर्तमान में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व एवं नगरीय प्रशासन एवं विकास मन्त्री डॉ. शिव कुमार डहरिया के मार्गदर्शन में पूर्ववर्ती नगर निगम स्कूल आरडी तिवारी शाला, बीपीपुजारी शाला, शहीद स्मारक शाला स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम शाला बन चुकी है। जब निगम ने मोर महापौर मोर द्वार शिविर 70 वार्डों में लगाया, तो उसमें इन उत्कृष्ट शालाओं में प्रवेश हेतु 10 हजार बच्चों के लिये शिविर में आकर अभिभावकों ने आवेदन दिये। ये शालाएं तो केपीएस, डीपीएस जैसी स्कूलों से गुणवत्तायुक्त शिक्षा में टककर ले रही है। यह अत्यंत सुखदायक स्थिति है एवं इसके लिये वहाँ के शिक्षकगण एवं शिक्षिकायें महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहे है, जिसकी राष्ट्र एवं समाज के हित में हम सभी को मुक्त कंठ से सराहना करनी चाहिये।
सभापति प्रमोद दुबे ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षक एक दीपक की तरह होते हैं, जो स्वयं जलकर चहूंओर रोशनी फैलाते हैं। श्री दुबे ने कहा कि बच्चों के समग्र विकास में शिक्षकों की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होता है। श्री दुबे शिक्षकों का अभिनंदन करते हुए कहा कि बच्चों का भविष्य निर्माण का कार्य कर रहे हैं वह अमूल्य है। नगर निगम शिक्षक संघ के अध्यक्ष मृत्युंजय शुक्ला ने लिखित में शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं और मांगों से महापौर, सभापति और निगम खेलकूद एवं युवा कल्याण विभाग के अध्यक्ष व निगम संस्कृति विभाग के अध्यक्ष को अवगत कराया। महापौर ने आश्वस्त करते हुए कहा कि नगर निगम स्तर पर जिन समस्याओं का समाधान हो सकता हैं उसे सभापति प्रमोद दुबे करा देंगे और राज्य शासन स्तर की समस्याओं का समाधान निकालने वे प्रयास करेंगे।