दुर्भाग्य का कारण साबित होती हैं घर-दफ्तर में मौजूद ये चीजें, दिवाली से पहले निकाल दें बाहर
कई बार हम कितनी भी मेहनत कर लें हमें उसका फल नहीं मिलता है या भाग्य हमारा साथ नहीं देता है। इसकी वजह से हमें लगातार असफलताओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में हम अपनी किस्मत को कोसने लगते हैं और परेशान हो जाते हैं, लेकिन कई बार दुर्भाग्य का एक कारण हमारी किस्मत नहीं, बल्कि हमारे आसपास रखी हुई कुछ चीजें होती है।
जाने-अनजाने में आपके द्वारा की गई कुछ गलतियां आपके लिए परेशानी का कारण बन जाती हैं। अगर आप भी इस तरह की परेशानी से जूझ रहे हैं, तो इसका कारण नकारात्मक ऊर्जा या वास्तु दोष हो सकता है। वास्तु शास्त्र में कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताया गया है, जिसके घर या दफ्तर में होने से नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। अगर आपके घर या दफ्तर में भी यह चीजें हैं, तो इन्हें तुरंत बाहर निकाल दें।
नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती हैं ये चीजें
कई बार घर पर किसी वस्तु को लाने से घर की परिस्थितियां अनुकूल हो जाती हैं, तो वहीं कई बार कुछ चीजें अशुभ साबित होती हैं। ऐसे में आइये जानते हैं उन चीजों के बारे में जो घर या दफ्तर के लिए परेशानियों का कारण बन सकती हैं। इन्हें फौरन हटा देना ही अच्छा रहेगा।
पेटिंग
घर या दफ्तर में साज-सज्जा के लिए कई लोग दीवारों पर पेंटिंग लगाते हैं। लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार, टाइटेनिक जहाज, डूबते हुए जहाज, पियानो, हिंसात्मक पशु, युद्ध आदि की तस्वीर घर या दफ्तर में नहीं रखनी चाहिए। इन तस्वीरों से न केवल भय और निराशा प्रकट होती है, बल्कि यह दुर्भाग्य का कारण भी बनता है। अगर आपने घर या ऑफिस में कोई ऐसी तस्वीर है तो इसे फौरन हटा दें।
हमारा घर या दफ्तर ऐसी जगह होती है जहां शांति और खुशहाली बनी रहनी बहुत आवश्यक है। इसलिए कभी भी ऐसी डरावनी तस्वीर, जिसमें राक्षस या असुरों की डरावनी छवियां हो उन्हें घर या दफ्तर में कभी न लगाएं।
कांटेदार पौधे
अपने घर ऑफिस या दुकान में कई लोग इनडोर प्लांट्स रखते हैं। खासकर लोग इसे सजावट और शुद्ध हवा के लिए इस्तेमाल करते हैं। यह वाकई में अच्छा भी होता है, लेकिन जब भी आप पौधों का चयन करते हैं इस दौरान कुछ बातों का ध्यान जरूर रखें तभी आपको इसका लाभ मिलेगा। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर या दफ्तर में कभी भी कोई कांटेदार पौधे न लगाएं। इसके अलावा जिन पौधे से दूध जैसा सफेद तरल पदार्थ निकलता हो उन्हें भी नहीं रखना चाहिए। इससे सुख-समृद्धि में बाधा आती है।